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Sunday, December 28, 2025
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‘राहुल की स्मृति कमजोर, तेजस्वी को चैलेंज’, JDU नेता का करारा पलटवार!

सवाल उठाने की बजाय तेजस्वी यादव को चुनाव में अपनी ताकत दिखानी चाहिए। अगर उनमें क्षमता है, तो वह चुनाव में हराकर दिखाएं।"

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राजद नेता तेजस्वी यादव के गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगने वाले बयान पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने पलटवार किया। उन्होंने तेजस्वी यादव को चैलेंज दिया कि वह सीएम नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव में हराकर दिखाएं।

केसी त्यागी ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी को चैलेंज देते हुए कहा, “नीतीश कुमार जनता द्वारा चुने गए बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं। सवाल उठाने की बजाय तेजस्वी यादव को चुनाव में अपनी ताकत दिखानी चाहिए। अगर उनमें क्षमता है, तो वह चुनाव में हराकर दिखाएं।”

राहुल गांधी के बिहार को ‘क्राइम कैपिटल’ कहे जाने पर भी केसी त्यागी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी की स्मृतियां कमजोर हैं और उस दौर में उनकी उम्र भी कम थी, जब लालू यादव के शासनकाल में बिहार से व्यापारी और प्रतिभाशाली लोग बड़े पैमाने पर पलायन कर रहे थे। उस समय बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यंत दयनीय थी।”

महाराष्ट्र में ठाकरे बंधुओं के साथ आने और कांग्रेस की भूमिका को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए। केसी त्यागी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी का गठबंधन एक ओर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से है और दूसरी ओर महाराष्ट्र में शिवसेना और राज ठाकरे के साथ। यह वही राज ठाकरे हैं, जिन्होंने उत्तर भारतीयों पर अत्याचार किए हैं। अब कांग्रेस को तय करना होगा कि वह बिहार की जनता के साथ खड़ी है या शिवसेना के साथ।”

नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी की अमेरिका में गिरफ्तारी को लेकर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने आईएएनएस से कहा, “जिन अधिकारियों ने अथक प्रयास कर यह गिरफ्तारी संभव बनाई है, मैं उन्हें सलाम करता हूं। यह कानून और व्यवस्था में लोगों के विश्वास को मजबूत करता है।”

अमेरिका के प्रतिष्ठित रिसर्च संस्थान पीयू रिसर्च सेंटर द्वारा भारत को लोकतांत्रिक देशों की सूची में दूसरा स्थान दिए जाने पर भी केसी त्यागी ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “यह भारत के लोकतंत्र की वैश्विक स्तर पर मान्यता का प्रतीक है।

आपातकाल को छोड़ दें तो भारत ने पिछले 75 वर्षों में लोकतंत्र को और अधिक समृद्ध किया है। यह हमारे संविधान, संस्थाओं और जनता की जागरूकता का प्रमाण है।” 
 
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