उन्होंने जगद्गुरु संत तुकोबारया का अभंग ट्वीट किया। संभाजी राजे ने ट्वीट कर कहा है कि जो लोग झूठ का ढोंग करते हैं, वे अवमानना करते हैं। इस अभंग का अर्थ है, ‘बाघ को ढकने पर वह बाघ जैसा दिखता है, लेकिन वह बाघ जैसा नहीं दिखता। लेकिन, इस तरह के झूठे ढोंग करने वालों को तुरंत अपमानित किया जाता है।’ इस अभंग को ट्वीट कर संभाजी राजे ने शिवसेना पर तंज कसा है।
राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा चल रही है कि संभाजी राजे को समझाया जाए कि 42 वोटों की ताकत का झूठा दावा करने वाली शिवसेना और संजय राउत को अच्छी तरह से अपमानित किया गया। छत्रपति संभाजी राजे ने राज्यसभा में निर्दलीय के रूप में छठी सीट का दावा किया था। हालांकि, शिवसेना और संजय राउत ने तटस्थ रुख अपनाया और उनका समर्थन करने से इनकार कर दिया और पार्टी के उम्मीदवार को मैदान में उतारा।
पॉक्सो मामला दर्ज करने से पहले पुलिस उपायुक्त की अनुमति आवश्यक