समृद्धि महामार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण में एक करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला होने का गंभीर आरोप लगा है| जालना के विधायक कैलास गोरंट्याल ने आरोप लगाया है कि यह घोटाला जालना-नांदेड़ समृद्धि राजमार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान हुआ है|
इसलिए गोरंट्याल ने यह भी मांग की है कि तुकाराम मुंढे जैसे अधिकारियों की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर इन सभी घोटालों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए|यह मांग उन्होंने विधान सभा भवन में बजट सत्र में बोलते हुए की है| गोरंट्याल के आरोप से बवाल मच गया है।
जालना-नांदेड समृद्धि राजमार्ग : गोरंट्याल ने विधान परिषद के बजट सत्र में जालना विधानसभा क्षेत्र में विकास के विभिन्न मुद्दों को पेश करते हुए कहा कि जालना-नांदेड समृद्धि राजमार्ग के लिए अधिग्रहित भूमि की राशि राजमार्ग कार्य के मुआवजे के भुगतान पर खर्च की जा रही है| क्योंकि जालना नांदेड़ समृद्धि हाईवे का प्लान तीन साल पहले लीक हो गया था।
इस हाइवे को बनाने की सोच से और उनमें से कुछ लोगों को यह जानकारी मिली कि इसके लिए किस रकबे की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, उस मण्डली ने इस रोड पर ग्रीन जोन की जमीन किसानों से बांड लेकर तीन साल पहले खरीद ली। गोरंट्याल ने जमीन खरीदने के बाद आरोप लगाया है कि रात में यहां बाग दिखाया गया। गोरंट्याल ने इस घोटाले में जालना, परभणी जिले के कुछ लोगों के शामिल होने की भी आशंका जताई है|
जालना नांदेड़ समृद्धि राजमार्ग का नाम पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर राव चव्हाण के नाम पर रखा जाए।समृद्धि राजमार्ग के लिए जमीन अधिग्रहण में एक करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हो चुका है। और इसकी जांच की जानी चाहिए।
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