उदयनिधि स्टालिन, मालिकर्जुन खड़गे के बेटे और कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे और आप नेता राजेंद्र पाल गौतम के बाद कर्नाटक के एक मंत्री ने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया है। उदयनिधि केबयान के बाद टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक सनातन धर्म पर बहस छिड़ी हुई है। राजनीति दल अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं। अब कर्नाटक के मंत्री जी परमेश्वर ने हिन्दू धर्म पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म, बौद्ध के शुरुआत के बारे में लोगों को जानकारी है।लेकिन हिन्दू धर्म कब शुरू हुआ इसकी किसी को जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि ” दुनिया के इतिहास में कई धर्मों का उदय हुआ है। जैन धर्म और बौद्ध धर्म का जन्म यहीं हुआ। लेकिन हिन्दू धर्म का जन्म कब हुआ इसकी शुरुआत किसने की वह अभी तक किसी को पता नहीं है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म, जैन धर्म का जन्म हमारे ही देश में हुआ है इसका इतिहास है। इस्लाम और ईसाई धर्म बाहर से आये। दुनिया के सभी धर्मो का सारांश मानव जाती के अच्छा होता है।” दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदय स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से किया था। इतना ही नहीं उन्होंने इसे खत्म करने की भी बात की थी।
उदयनिधि के बयान के बाद राजनीति हलकों में बयान तेज हो गई। जहां बीजेपी ने इस मुद्दे को कांग्रेस सहित विपक्ष को घेरा। वहीं हिन्दू संगठनों ने भी उदयनिधि के बयानों को निंदा की है। ममता बनर्जी ने इस बयान की आलोचना की हैं। जबकि कांग्रेस ने इस बयान की आलोचना नहीं की है। जिसकी वजह से सवाल खड़ा होने लगा है कि राहुल गॉंधी खुद को ब्राम्हण बताते हैं तो इस बयान को स्वीकार किया जा सकता है। वहीं कांग्रेसी नेता केसी वेणुगोपाल ने फ्रीडम ऑफ़ स्पीच बताया है।
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