भारत सरकार ने कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (सीबीएसए) के लिए काम करने वाले एक अधिकारी संदीप सिंह सिद्धू को भारत में एक आतंकी मामले में नामित किया है। संदीप सिद्धू प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) का सदस्य है और सीबीएसए में सक्रिय है। बताया गया है कि वह फरार आतंकवादियों की सूची में संदीप सींग सिद्धू का नाम शामिल है।
संदीप सिंग सिद्धू के कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंग रोडे और अन्य आईएसआई गुर्गों के साथ संबंध थे। वह 2020 में बलविंदर सिंह संधू की हत्या में शामिल था। संदीप सिंग सिद्धू प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) का सदस्य है, जो भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका और यहां तक कि कनाडा में प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन है। हालाँकि ISYF कनाडा में प्रतिबंधित है, लेकिन इसने कनाडा सीमा सेवा एजेंसी के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जस्टिन ट्रूडो सरकार ने कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को मारने का झूठा आरोप भारत सरकार पर लगाकर भारत-कनाडा संबंधों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। हालाँकि ट्रूडो सरकार एक साल से अधिक समय से भारत सरकार पर हत्या का आरोप लगा रही है, लेकिन उसने अभी तक अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है। जबकि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने यह खुद भी माना कि उनके पास कोई सबूत नहीं है।
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हाल के दिनों में भारत-कनाडा राजनयिक संबंधों में खटास आ गई जब जस्टिन ट्रूडो सरकार ने कहा कि भारतीय उच्चायुक्त निज्जर की मौत की जांच में “रुची की व्यक्ती” थे। इसके बाद भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया।