कांग्रेस पार्टी के नेता और मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने सेबी के सदस्य और अध्यक्ष होने के बावजूद आईसीआईसीआई बैंक से 16 करोड़ रुपये वेतन के रूप में लिए। उन्होंने मांग की कि बैंक को इस संबंध में जवाब देना चाहिए|उन्होंने यह भी कहा कि इस देश में शतरंज का खेल चल रहा है, लेकिन वास्तव में कौन खेल रहा है? हम इस नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं| पवन खेड़ा ने ये भी कहा कि कई लोगों को मोहरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है|
पवन खेड़ा ने क्या कहा है?: माधबी पुरी बुच सेबी की सदस्य और अध्यक्ष थीं। फिर भी उन्हें सेबी समेत तीन जगहों से वेतन मिल रहा था| सेबी बाजार नियामक और अध्यक्ष का चयन प्रधान मंत्री और गृह मंत्री द्वारा किया जाता है। जब माधबी पुरी बुच का चयन हुआ, तो वह सेबी, आईसीआईसीआई बैंक और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल से तीन वेतन प्राप्त कर रही थीं। यह आरोप पवन खेड़ा ने लगाया था|
माधबी पुरी को इस्तीफा दे देना चाहिए पवन खेड़ा ने कहा, माधबी पुरी 2017 से 2024 के बीच करोड़ों रुपये कमा रही थीं| उनके द्वारा किया गया आचरण और कार्रवाई सेबी की धारा 54 का उल्लंघन है। इसलिए अगर माधबी पुरी बुच को थोड़ी भी शर्म है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ”शेयर बाजार को नियंत्रित करने के लिए सेबी एक महत्वपूर्ण संस्था है, लेकिन सेबी चेयरमैन को कौन चुनता है? कैबिनेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक चयन समिति है। इसलिए सेबी चेयरमैन के चयन के लिए ये दोनों जिम्मेदार हैं। माधबी पुरी बुच को 2017 से 2024 तक आईसीआईसीआई बैंक से 16 करोड़ 80 लाख रुपये वेतन के रूप में मिले हैं। अगर आप सेबी के पूर्णकालिक सदस्य हैं तो इस बैंक से कैसे मिलेगी सैलरी? ऐसा पवन खेड़ा ने कहा है.
तमाम सबूत सामने आने के बावजूद सेबी चेयरमैन को कौन बचा रहा है और क्यों? ये सवाल पवन खेड़ा ने उठाए हैं| ICICI बैंक के कुछ मामले SEBI के पास लंबित हैं| इस पर अभी फैसले लिए जा रहे हैं| पवन खेर ने यह भी कहा है कि आपका भारत नया है और कांग्रेस पार्टी भी नयी है| सेबी के चेयरमैन पद के लिए चयन मानदंड क्या हैं? क्या प्रधानमंत्री को पता है कि सेबी चेयरमैन आईसीआईसीआई बैंक से वेतन ले रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पता है कि सेबी चेयरमैन आईसीआईसीआई बैंक पर फैसला ले रहे हैं?
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