संजय निरुपम और अशोक चव्हाण की गुप्त मुलाकात!; खिचड़ी पक रही है?

संजय निरुपम ने पूर्व मुख्यमंत्री और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अशोक चव्हाण से मुलाकात की| इससे राजनीतिक गलियारे में चर्चा छिड़ गई है|

संजय निरुपम और अशोक चव्हाण की गुप्त मुलाकात!; खिचड़ी पक रही है?

Secret meeting of Sanjay Nirupam and Ashok Chavan!; Is khichdi cooking?

लोकसभा चुनाव 2024 के रण में सभी पार्टियां बंटी हुई नजर आ रही हैं| कुछ दिन पहले, ठाकरे समूह ने उत्तर पश्चिम मुंबई लोकसभा क्षेत्रों के लिए अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा की थी। लेकिन, ऐसा करना निश्चित रूप से महाविकास अघाड़ी के लिए सिरदर्द बनने वाला है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने यहां अमोल कीर्तिकर की घोषित उम्मीदवारी की आलोचना की और चर्चा थी कि संजय निरुपन नाखुश हैं| संजय निरुपम ने पूर्व मुख्यमंत्री और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अशोक चव्हाण से मुलाकात की| इससे राजनीतिक गलियारे में चर्चा छिड़ गई है|

कांग्रेस नेता संजय निरुपम की पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण से गुप्त मुलाकात की खबर सामने आई तो कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी में उत्साह फैल गया| कांग्रेस नेता संजय निरुपम और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की मुलाकात के बाद सियासी चर्चा छिड़ गई है| वहीं, जब दोनों नेताओं से इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो दोनों नेताओं ने जवाब दिया कि यह एक दोस्ताना मुलाकात थी|

जब संजय निरुपम से अशोक चव्हाण से उनकी मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, अशोक चव्हाण मेरे पुराने मित्र हैं| मैं एक कार्यक्रम के मौके पर वहां गया था और उनसे मुलाकात की| इस मुलाकात को किसी भी राजनीतिक अर्थ में नहीं लिया जाना चाहिए|’ मिलना जारी रखें। साथ ही अशोक चव्हाण से भी इस दौरे के बारे में पूछा गया| उस समय उन्होंने कहा था| कांग्रेस से मेरे रिश्ते पुराने हैं| इसलिए हम मिलते रहते हैं| दोनों नेताओं के जवाब देने के बाद भी बातचीत अभी थमी नहीं है| इसकी वजह एक ही है और वो है संजय निरुपम की नाराजगी जो पिछले कुछ दिनों से खुलकर जाहिर हो रही है|

संजय निरुपम की नाराजगी की चर्चा क्यों?: उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के एक शाखा दौरे में उद्धव ठाकरे ने इस लोकसभा क्षेत्र से ठाकरे गुट के नेता अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा की| यही संजय निरुपम की नाराजगी की वजह थी| निरुपम ने इस बारे में ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘जब अमोल कीर्तिकर की खिचड़ी घोटाला मामलों में ईडी जांच कर रही है, तो क्या कांग्रेस और शिवसेना ठाकरे के कार्यकर्ता उस उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे जो ऐसी जांच के दायरे में है?

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