संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ी, अब होगी मोदी और शाह जैसी सुरक्षा !

एएसएल सुरक्षा केवल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को प्रदान की जाती है। कुछ दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया था|

संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ी, अब होगी मोदी और शाह जैसी सुरक्षा !

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केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ा दी है। उनके पास पहले से ही जेड प्लस सुरक्षा है, लेकिन अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह की तरह जेड प्लस से भी ज्यादा एएसएल (एडवांस सिक्योरिटी रीजन) सुरक्षा दी गई है। एएसएल सुरक्षा केवल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को प्रदान की जाती है। कुछ दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया था|

मल्टी लेयर सिक्योरिटी सिस्टम: टीम प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के पास सीआईएसएफ की जेड प्लस सुरक्षा है|अब उन्हें एएसएल की जो बढ़ी हुई सुरक्षा व्यवस्था मिलेगी, उसमें देश के किसी भी हिस्से में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, खाद्य और औषधि प्रशासन शामिल होगा। किसी भी खतरे से बचने के लिए भागवत को मल्टी लेयर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी|

सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल: डॉ. मोहन भागवत के आवास, यात्रा, दौरे और बैठकों के लिए बहुत सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। साथ ही उनके दौरे से एक दिन पहले सभी स्थानों पर फॉलो अप कर उनकी समीक्षा की जाएगी|

क्यों बढ़ाई गई सुरक्षा: सूत्रों के मुताबिक, कुछ राज्यों में गृह मंत्रालय को डॉ. मोहन भागवत की सुरक्षा में ढिलाई नजर आई। फिर नए सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाए गए। उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई| मोहन भागवत कई भारत विरोधी संगठनों के निशाने पर हैं| उनकी सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं और विभिन्न एजेंसियों से इनपुट के बाद, गृह मंत्रालय ने भागवत को एएसएल सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बढ़ी हुई सुरक्षा के बारे में सूचित कर दिया गया है|

55 कमांडो से जेड प्लस: आरएसएस प्रमुख को जून 2015 में सीआईएसएफ के 55 कमांडो से जेड प्लस सुरक्षा मिली। इससे पहले, यूपीए सरकार ने 2012 में उन्हें जेड-प्लस सुरक्षा कवर प्रदान करने का आदेश दिया था, लेकिन बाद में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने कर्मियों और वाहनों की कमी का हवाला देते हुए यह सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थता व्यक्त की थी।

उस समय सुशील कुमार शिंदे गृह मंत्री थे| जेड प्लस सुरक्षा को सर्वोपरि माना जाता है| ये सुरक्षा कमांडो 24 घंटे व्यक्ति के साथ रहते हैं| सुरक्षा के लिए तैनात कमांडो एनएसजी के हैं|

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