नांदेड़ डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 24 मरीजों की मौत में 12 नवजात शिशु भी शामिल हैं|बच्चों की इस मौत पर विपक्ष ने सरकार की आलोचना की|इस मामले पर महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया| इसी पृष्ठभूमि में भाजपा नेता चित्रा वाघ गर्भवती मां को सरकार की ओर से दी जाने वाली गोलियां नहीं ले रही हैं,उन्होंने गंभीर आरोप लगाया| इससे अब विवाद खड़ा हो गया है| इस आरोप पर विरोधियों ने चित्रा वाघ की आलोचना शुरू कर दी है|
चित्रा वाघ ने कहा, ”छोटे बच्चों को बक्सों में रखा जाता है| वहाँ अनेक माताएँ बैठी थीं। मैंने उनसे बात की| मैं उनका वीडियो मीडिया को देता हूं| गोलियां दी जाती हैं, पर हम खाते नहीं। पोषण दिया जाता है, कभी खाते हैं, कभी नहीं खाते। डॉक्टर ने मुझे ये गोलियां लेने को कहा है| हमने उनसे कहा कि अगर वो गोलियां ले ली गई होती तो बच्चा फिट होता और आपकी गोद में खेल रहा होता।’
“सरकार दवा खिला सकती है, निगलवा नहीं सकती”: “हम दवा और पोषण दे सकते हैं, निगलवा नहीं सकते।” आशा सेविका आयरन व अन्य गोलियां देती है। हालांकि, हमें यह देखने की ज़रूरत है कि गर्भवती माताएं ये गोलियाँ लेती हैं या नहीं,” चित्रा वाघ ने कहा।
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