वरिष्ठ नेता शरद पवार और उपमुख्यमंत्री, एनसीपी पार्टी और वॉच सिंबल में से कौन? इस मामले में सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के समक्ष सुनवाई चल रही है|इसी तरह सांसद अमोल कोल्हे ने मंत्रालय कार्यालय में उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात की है|इससे चर्चा छिड़ गई। बैठक के बाद अमोल कोल्हे ने यह बात बताई है|
एनसीपी में बगावत से पहले अमोल कोल्हे, सुप्रिया सुले अजित पवार के आवास पर थे,लेकिन, अजित पवार की बगावत के बाद अमोल कोल्हे ने शरद पवार के साथ रहने का फैसला किया|अब अमोल कोल्हे ने अजित पवार से मुलाकात की तो राजनीतिक गलियारे में चर्चा होने लगी,लेकिन, अमोल कोल्हे ने स्पष्ट किया है कि यह बैठक निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर है।
अमोल कोल्हे ने कहा, “शिरूर निर्वाचन क्षेत्र के दृष्टिकोण से दो महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं। पुणे-नासिक रेलवे परियोजना कैबिनेट की मंजूरी के लिए रुकी हुई है। तो, इंद्रायणी ‘मेडिसिटी’ जैसी एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना, जहां हम 26 अस्पतालों को एक छत के नीचे ला रहे हैं। जब महाविकास अघाड़ी सरकार थी तब भी इन परियोजनाओं के लिए अजित पवार की भूमिका अहम थी| इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने को लेकर अजित पवार से चर्चा हुई|’
अजित पवार के नेतृत्व वाले एक समूह ने एनसीपी सांसदों को अयोग्य ठहराने के लिए लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की है।यह बात सामने आई है कि राज्यसभा सांसद शरद पवार, लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले और अमोल कोल्हे का नाम हटा दिया गया है|इस बारे में पूछे जाने पर अमोल कोल्हे ने कहा, ”मैं इस पर कुछ भी टिप्पणी नहीं करना चाहता|क्योंकि, इस पूरी प्रक्रिया में, मैं कहीं नहीं हूं।
यह भी पढ़ें-
सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज फातिमा बीवी का निधन, 96 साल की उम्र में ली अंतिम सांस!