शिवसेना की ऐतिहासिक दशहरा रैली को लेकर विवाद बढ़ने के आसार हैं। शिंदे गुट के शिवसेना विधायक सदा सरवणकर ने मुंबई मनपा यानि बीएमसी को पत्र लिख कर दशहरा रैली के लिए दादर के शिवाजी पार्क मैदान को उपलब्ध कराने की मांग की है। उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना पहले ही मैदान के लिए बीएमसी को पत्र लिख चुकी है। गौरतलब है कि हर साल दशहरे के दिन शिवसेना की तरफ से शिवाजी पार्क में रैली की जाती है, जिसे शिवसेना प्रमुख संबोधित करते हैं।
इसके पहले शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट बीते 22 अगस्त को दशहरा रैली के आयोजन के मंजूरी के लिए मुंबई मनपा को पहले ही पत्र दे चुका है। अब विधायक सरवणकर की ओर से पत्र दिए जाने से दशहरा रैली को लेकर शिवसेना के दोनों गुटों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार को सरवणकर ने कहा कि यदि मुंबई मनपा ने अनुमति दी तो दशहरा रैली को शिवसेना के मुख्यनेता के रूप में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे संबोधित करेंगे। सरवणकर ने कहा कि शिवाजी पार्क मैदान दादर में स्थित है। इस इलाके के विधायक के नाते मैं पिछले कई सालों से दशहरा रैली के आयोजन के लिए मुंबई मनपा से अनुमति मांगता हूं। इसी तरह मैंने इस साल भी दशहरा रैली की अनुमति के लिए मुंबई मनपा के पास पत्र भेजा है।
मंच पर एक साथ आ सकते हैं शिंदे, फडणवीस व राज ठाकरे:सरवणकर ने बताया कि मैंने पत्र में लिखा है कि ‘एक मैदान, एक झंडा और एक विचार को सुनने के लिए आने वाले शिवसैनिकों का मार्गदर्शन शिवसेना की ओर से किया जाएगा। इसके लिए शिवाजी पार्क मैदान में रैली के आयोजन की अनुमति दी जाए।’ सरवणकर ने कहा कि दशहरा रैली को शिवसेना पक्ष प्रमुख बालासाहब ठाकरे संबोधित करते थे। मुख्यमंत्री शिंदे बालासाहब के हिंदुत्व के विचार को आगे लेकर चल रहे हैं। इसलिए दशहरा रैली को मुख्यमंत्री ही संबोधित करेंगे। सरवणकर ने कहा कि दशहरा रैली के मंच पर यदि मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे एक साथ नजर आएं तो इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
तो उद्धव को भी करेंगे आमंत्रित:सरवणकर ने कहा कि अगर दशहरा तक उद्धव ठाकरे कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन तोड़ने का फैसला करते हैं तो मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री शिंदे उद्धव ठाकरे को भी दशहरा रैली में बुलाएंगे। दूसरी ओर मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि शिंदे गुट की ओर से दशहरा रैली में शामिल होने के लिए पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे को कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है। यदि निमंत्रण आता है तो राज उस पर विचार करेंगे। हालांकि शिवसेना के दशहरा रैली में दूसरे दलों के दिग्गज नेताओं को बुलाने की परंपरा रही है।
दशहरा रैली उद्धव ठाकरे की ही होगी:शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट की प्रवक्ता किशोरी पेडणेकर ने कहा कि दशहरा रैली शिवसेना की होगी। दशहरा रैली को उद्धव ठाकरे ही संबोधित करेंगे। पेडणेकर ने कहा कि शिंदे गुट ढोंग करके शिवसेना और बालासाहब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल कर रहा है। शिंदे गुट भाजपा की मदद ले रहा है। मुख्यमंत्री भीड़ बढ़ाने के लिए दूसरे दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। यह बालासाहब का अपमान है। क्योंकि बालासाहब ने एक झंडा, एक मैदान, एक नेता के रूप में कई सालों तक दशहरा रैली को संबोधित किया था।
बालासाहब के निधन के बाद उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली की परंपरा को कायम रखी है। अब मुंबई में कानून व्यवस्था बिगाड़ने के लिए नया-नया आइडिया खोजा रहा है। पेडणेकर ने कहा कि दशहरा रैली के लिए सबसे पहले उद्धव ठाकरे की ओर से आवेदन किया गया है। इसलिए हमें रैली आयोजित करने की अनुमति मिलनी चाहिए। यदि शिंदे गुट की नीति जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली होगी तो यह गलत होगा। उल्लेखनीय है कि इसके पहले शिवेसना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हमारी ही दशहरा रैली शिवाजी पार्क मैदान में ही होगी।
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