शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है| शिवसेना नेता का पद अभी एकनाथ शिंदे का बरकरार है| शिवसेना को इस मामले अभी भी ‘वेट एंड वाच’ के फार्मूले पर कार्य करने वाली बात शिवसेना नेता संजय राऊत की ओर से कहा जा रहा है| संजय राऊत की ओर से शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है|
शिवसेना के 35 से अधिक विधायकों का एकनाथ शिंदे को समर्थन मिला हुआ है| इनके बागी होते ही शिवसेना में फुट लगभग तय मानी जा रही है| शिंदे के बागी तेवर से राज्य की सियासी पारा चढ़ा हुआ है| शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि मेरे पास कम से कम 45 से अधिक विधायकों का समर्थन है| इसलिए महाविकास आघाडी सरकार पर खतरा मंडरा रहा है| रामदास कदम का बेटा योगेश कदम ने समर्थन देते हुए शिंदे दल में प्रवेश किया है| मामले को गंभीरता से लेते हुए शिवसेना भवन में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई| इस बैठक में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे भी उपस्थित हुए।
चर्चा थी कि विद्रोह के कारण एकनाथ शिंदे और रामदास कदम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें नेतृत्व से निष्कासित कर दिया जाएगा। हालांकि, राऊत ने कहा कि कार्यकारिणी की बैठक में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया। संजय राऊत ने कहा कि एकनाथ शिंदे और रामदास कदम दोनों को नेतृत्व के पद से बर्खास्त कर दिया जाता, जब शिंदे गुट की वापसी की उम्मीदें शून्य हो जायेगी|
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