Smriti Irani VS Priyanka Gandhi: वायनाड की लड़ाई? भाजपा फिर अपनाएगी 1999 वाली रणनीति?

प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि भाजपा इस सीट से किसे मैदान में उतारेगी|

Smriti Irani VS Priyanka Gandhi: वायनाड की लड़ाई? भाजपा फिर अपनाएगी 1999 वाली रणनीति?

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस साल का लोकसभा चुनाव केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लड़ा था। राहुल गांधी दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से भारी बहुमत से निर्वाचित हुए। इस तरह राहुल गांधी दो सीटों में से एक सीट छोड़ने के लिए कानूनन बाध्य होंगे| राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट खाली करने का फैसला किया है और वह रायबरेली से सांसद बनेंगे| राहुल गांधी के वायनाड से निकलते ही कांग्रेस ने केरल के वायनाड उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा कर दी|

अगर वह उपचुनाव जीत गए तो कांग्रेस उन्हें लोकसभा में क्या भूमिका देगी? क्या वह विपक्ष की नेता होंगी? ऐसे कई सवालों पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है| साथ ही अब भाजपा द्वारा प्रियंका गांधी के खिलाफ 1999 वाली रणनीति आजमाने की चर्चा भी जोर पकड़ रही है|

प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव मैदान में उतरी हैं| राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी वहां उपचुनाव लड़ेंगी| 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी सक्रिय तो थीं, लेकिन प्रभारी पद तक ही सीमित रहीं| इसके बाद उन्होंने पार्टी में काफी काम किया, कई बैठकें कीं, लेकिन अब तक उन्होंने कभी कोई आम चुनाव नहीं लड़ा। ऐसे में अब वह वायनाड उपचुनाव के मौके पर पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं| इसके साथ ही गांधी परिवार का एक और सदस्य दक्षिण से चुनावी राजनीति में उतरेगा|

गांधी परिवार का दक्षिण भारत से पुराना नाता: गांधी परिवार और दक्षिण भारत का नाता बहुत पुराना है| इंदिरा गांधी ने 1978 में कर्नाटक के चिकमंगलूर से उपचुनाव जीता। इसके बाद 1980 में इंदिरा गांधी ने आंध्र के मेडक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। 1999 में सोनिया गांधी ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत दक्षिण से की| 1999 में, उन्होंने कर्नाटक में अमेठी और बेल्लारी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा और दोनों सीटें जीतीं। हालांकि इसके बाद उन्होंने बेल्लारी सीट छोड़ दी|

क्या भाजपा वायनाड से स्मृति ईरानी को मैदान में उतारेगी?: प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि भाजपा इस सीट से किसे मैदान में उतारेगी| राजनीतिक गलियारों में इस समय चर्चा जोरों पर है कि भाजपा स्मृति ईरानी को वायनाड सीट से मैदान में उतार सकती है। स्मृति ईरानी इस बार का लोकसभा चुनाव अमेठी से केएल शर्मा से हार गई हैं| 2019 में उन्होंने कांग्रेस के गढ़ अमेठी से राहुल गांधी को हराया। ऐसे में भाजपा इस सीट से स्मृति ईरानी को मैदान में उतारकर उपचुनाव को दिलचस्प बना सकती है|

1999 जब सुषमा स्वराज बनाम सोनिया गांधी: भाजपा ने पहले भी ऐसे कई सरप्राइज टिकट झटके दिए हैं| 1999 में जब सोनिया गांधी के बेल्लारी से डेब्यू की खबरें आईं तो भाजपा ने इस सीट से सुषमा स्वराज को टिकट देकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया| इस सीट पर सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी को कड़ी टक्कर दी थी| हालांकि, इस चुनाव में वह हार गये थे| सोनिया गांधी को 4 लाख 14 हजार वोट मिले| सुषमा स्वराज को साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोट मिले| इस चुनाव में सोनिया गांधी करीब 56 हजार वोटों से जीती |

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