थूक की रोटी भी खाने को तैयार सोनू सूद; फैंस कर रहे वाहवाही तो आलोचकों ने जम कर किया ट्रोल!

नाराज आलोचक ने अपने 'एक्स’ अकाउंट से कहा है, सोनू सूद आपका अपनी तुलना भगवान राम से और थूकी रोटी खिलाने वाले धोकेबाज़ की तुलना माता शबरी से करना निंदनीय है। माता शबरी ने भगवान राम के समक्ष भक्ति और प्रेम के साथ जूठे बेर दिए थे, जबकि यहां बात धोखे की हो रही है।

थूक की रोटी भी खाने को तैयार सोनू सूद; फैंस कर रहे वाहवाही तो आलोचकों ने जम कर किया ट्रोल!

Sonu Sood is ready to eat even spit's bread; While fans are applauding, critics are trolling fiercely!

अपने ‘एक्स’ हैंडल से एक वीडिओ को कोट करते हुए मुस्लिम विक्रेता की दुकान से थूक की रोटी को खाने को अपनी तैयारी सोनू सूद ने दिखाई है। उन्होंने उस रोटी की तुलना शबरी और भगवान राम को खिलाए जूठे बेर खिलाने की कहानी से करते हुए मानवता को बढ़ाने की बात कही है। इसी के साथ उनके फैंस ने उन्हें मसीहा, लोकप्रिय अभिनेता, असल हीरो जैसे शब्दों से नवाजा है। तो दूसरी तरफ़ आलोचकों ने उन्हें राम से तुलना करने और समाज में अपना कद बढ़ाने के लिए बेतुकी बातों को बढ़ावा देने के लिए घेरना शुरू कर दिया है।

कोविड महामारी के दरम्यान कई गरीब मजदूरों को अपने घर तक छोड़ने के लिए बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने ट्विटर से जानकारी लेकर मदद की थी। जिसके बाद सोनू सूद ने गरीबों और जरुरतमंदो के लिए की हुई सेवा के लिए ‘एक्स’ पर काफी सराहना भी की गयी। पर सोनू सूद अपने कई सनसनी फ़ैलाने वाले ट्वीट्स और बयानों के वजस से आलोचना और टिप्पणी के बीच घिरे रहते है। ऐसे में सोनू सूद की बहन मालविका सूद राजनीति में अपना हाथ आजमा चुकी है। पंजाब के विधानसभा चुनाओं में कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में मालविका सूद मोगा में एक कड़ी थी। बहन के आम आदमी पार्टी से चुनाव हारने के बाद सोनू सूद सोशल मीडिया के बयानबाज़ी से भी गायब थे।

फिलहाल यूपी में कावड़ यात्रा का शुभारंभ हो गयी है। इसीलिए उत्तरप्रदेश सरकार का नेतृत्व करते योगी आदित्यनाथ ने रास्ते की सभी दुकानों पर अपना नाम लिखने के आदेश जारी किए है। समर्थकों का कहना है की कई मुस्लिम दुकानदार, होटल, ढाबे के मालिक अपने दुकानों का नाम हिन्दू देवी देवतओं या फिर हिंदू नाम से रखते है, ऐसे में यह कावड़ियों और ग्राहकों के चयन के अधिकार (Right to choose) का हनन है। बता दें सोशल मीडिया मुस्लिम दुकानों, होटलों द्वारा थूक कर खाना बनाने और थूक कर चीजें बेचने के कई वीडियो वायरल हो चुके है। थूक कर खाना खिलाने के आरोपों की वजह से हिन्दू श्रद्धालु मुस्लिम समुदाय के होटलों और ढाबे से खाना खाने का परहेज करते है।

विपक्ष इस आदेश को मुस्लिम समुदाय के उद्योगों पर हमला कह रहा है। विपक्ष का कहना है की मुस्लिम समुदाय अपना नाम श्रद्धा और प्रेम के खातिर हिन्दू देवी देवताओं या हिंदू नाम से रखे तो इसमें हिन्दुओं या सरकार को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के बाद सोशल मीडिया पर बयानबाजी जारी है। दोनों और से तीखी नोकझोंक के बीच बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद भी अपना पक्ष लेकर कूद पड़े।

सोनू सूद ने अपने ‘एक्स’ हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा की सभी दुकानों का नाम सिर्फ HUMANITY अर्थात मानवता होना चाहिए। जिसके बाद एक आलोचक ने सोनू सूद को क्वोट करते हुए एक वीडियो डाला जिसमें मुस्लिम युवक रोटी पर थूक कर उसे पका रहा है। इस वीडियो को डालते हुए यूजर ने लिखा, “थूक लगाई रोटी “सोनू सूद” को “पार्सल” की जाए, ताकि भाईचारा बना रहे !”

इस ट्वीट को जवाब देते हुए सोनू सूद ने लिखा,” हमारे श्री राम जी ने शबरी के झूठे बेर खाए थे तो मैं क्यों नहीं खा सकता हिंसा को अहिंसा से पराजित किया जा सकता है मेरे भाई बस मानवता बरकरार रहनी चाहिए। जय श्री राम।” इस बात से नाराज एक आलोचक ने अपने ‘एक्स’ अकाउंट से कहा है, सोनू सूद आपका अपनी तुलना भगवान राम से और थूकी रोटी खिलाने वाले धोकेबाज़ की तुलना माता शबरी से करना निंदनीय है। माता शबरी ने भगवान राम के समक्ष भक्ति और प्रेम के साथ जूठे बेर दिए थे, जबकि यहां बात धोखे की हो रही है।

उनके इस ट्वीट के बाद उनके अपने आप को भगवान श्री राम से तुलना करने पर रामभक्त नाराज़ है। कई आलोचक विरोध प्रदर्शन के चक्कर में सोनू सूद थूक की रोटी खाने को तैयार है इस बात से उन्हें ट्रोल कर रहें है। लोग तरह तरह के मीम बना कर सोनू सूद का मज़ाक उड़ा रहें है।

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