मराठा आरक्षण को लेकर उद्धव ठाकरे, शरद पवार और नाना पटोले को अपना पक्ष रखना चाहिए| मनोज जारांगे ने कहा है कि अगर विपक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करता है तो सरकार को मराठा आरक्षण के मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाना चाहिए|मनोज जरांगे ने विश्वास जताया था कि राज्य सरकार 13 जुलाई तक मराठा समुदाय को आरक्षण दे देगी, लेकिन अब वह आक्रामक हो गए हैं|
क्या बोले मनोज जरांगे?: आलोचना करने वाले भाजपा नेता बिखरे हुए हैं, उनका दिमाग खराब हो गया है|वे नहीं जानते कि मुझे कैसे शांत किया जाए।मैं गरीबों की लड़ाई लड़ रहा हूं|एक नाराज कुत्ते की तरह व्यवहार करना|हम उन्हें भुगतान नहीं करते|हमने तभी जाना कि उनकी बुद्धि कितनी दूर तक है, उनका ज्ञान कितना दूर तक है। हम कहते हैं कि एक राजनेता बड़ी कार में बैठता है, अच्छा वस्त्र पहनता है।
लेकिन ये किस अंत तक जा रहे हैं? हम इसे समझते हैं|ये सभी छिछोरे चिल्लर कर रहे हैं|अगर आप मराठों के सामने शांत नहीं बैठे, बहस करते रहे तो आपका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा|मराठा तुम्हें राजनीतिक तौर पर ख़त्म कर देंगे| ये चेतावनी मनोज जरांगे ने भाजपा नेताओं को दी है|
सरकार से नाराज है मराठा समाज: हमारे लड़के गांवों में स्टेज चला रहे हैं, रिक्शा चला रहे हैं, हल चला रहे हैं|वो सब सोचते हैं कि मेरा बच्चा बड़ा हो जाए|हम कंपनियों में सफ़ाईकर्मी का काम करते हैं, उन्हें भी लगता है कि हमने ये किया है, लेकिन बच्चों को न्याय मिलना चाहिए|मुंबई में, पुणे में सारी जिंदगी कंपनियों में काम करते हैं, अटैक करते हैं, बिजनेस करेंगे, होटल बनाएंगे, कोई वड़ा-पाव का ठेला लगाएगा।
ऐसी बकवास करने वाले लोग भी सोचते हैं कि हमारे बच्चे बड़े हों| ये सभी लोग गुस्से में हैं|भले ही मैं मराठा समुदाय के लिए काम कर रहा हूं, फिर भी मुझे निशाना बनाया जा रहा है और समुदाय नाराज भी है।’ शासकों को कुछ चीज़ें छोड़नी होंगी| अब उनके खिलाफ गुस्सा है|मराठों को उसी हिसाब से जवाब दिया जा रहा है|ये बात मनोज जारांगे ने भी कही|
भाजपा की मेरी आलोचना करने वाले लोग पागल हो गए हैं: “क्या मैंने नहीं कहा कि वे पागल हैं? कुछ दिनों के बाद किसी भी डॉक्टर को दिखाने से कोई फायदा नहीं होगा। मैंने ध्यान देना बंद कर दिया है|हमारा पूरा फोकस मिशन 2024 है| सब कुछ नष्ट हो जायेगा|मैं सात-आठ दिनों तक शांत रहता हूं और फिर अपना गुस्सा दिखाता हूं। ये बात मनोज जरांगे ने भी कही है|
शरद पवार, उद्धव ठाकरे, नाना पटोले को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए: “शरद पवार, उद्धव ठाकरे, नाना पटोले को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।यदि ओबीसी से मराठों को आरक्षण दिया जाना है तो उनकी क्या भूमिका है? मैंने देवेन्द्र फड़णवीस को यह कहते हुए सुना।अगर फड़नवीस इतने ही स्पष्ट हैं तो इन तीनों नेताओं को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि उनकी भूमिका क्या है?
इन तीनों को कहना चाहिए कि मराठों को ओबीसी से आरक्षण दिया जाना चाहिए|भले ही ये तीनों न कहें, लेकिन सरकार को बिना समझौता किए ओबीसी को आरक्षण देना चाहिए|अगर सरकार मराठा आरक्षण दे तो मराठा फिर आपके साथ नाचेंगे|मनोज जरांगे ने कहा कि इसकी कोई ज़रूरत नहीं है, यदि आप पूछते हैं और वे आपको नहीं बताते हैं, तो आपको आरक्षण करा लेना चाहिए।
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