इजरायल और संयुक्त राष्ट्र के बीच तनातनी, इजरायल UN महासचिव की एंट्री पर लगाई रोक!

"जो व्यक्ति इजरायल पर ईरान के जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, वो इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है।"

इजरायल और संयुक्त राष्ट्र के बीच तनातनी, इजरायल UN महासचिव की एंट्री पर लगाई रोक!

Tension between Israel and United Nations, Israel bans entry of UN Secretary General!

पिछले वर्ष 7 अक्तूबर को आतंकी संगठन हमास के इजरायल पर हमले के बाद पूरी दुनिया हैरान थी। बदला लेने के लिए जब इजरायली डिफेंस फ़ोर्स ने गाझा में कदम रखा तो दुनिया की एंटी ज्यू लॉबी ने निंदा शुरू की। पिछले वर्ष से चला यह युद्ध अब लेबनान के दक्षिणी हिस्से तक पहुंच चूका है। तो ईरान भी 1 अक्तूबर की रात इजरायल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइलें मारकर संघर्ष को दावत दे चूका है। लेकीन सयुंक्त राष्ट्र ने ईरान पर हलके शब्दों में निंदा करते हुए इजरायल को नाराज किया है। जिसके बाद इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने UN के महासचिव अंटोनिओ गुटेरस की एंट्री को बॅन किया है।

दरसल अंटोनियो गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए कहा था की, “अब समय आगया है की मध्य एशिया में जैसे को तैसा वाली हिंसा के घातक चक्र को रोका जाए” जिसके बाद इजरायल संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर भड़क उठा। बता दें की, 7 अक्तूबर के हमास हमलें में शामिल आतंकियों में UNRWA (यूनाइटेड नेशन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी) के गाजा में करने वाले स्टाफ भी शामिल थे, जिसके बाद 9 संदिग्ध संलिप्तता कहते हुए UNRWA ने उन्हें काम से निकाल दिया। दरम्यान इजरायल के गाझा में ऑपरेशन के दरम्यान UNRWA के कुछ स्टाफ की मौत से संयुक्त राष्ट्र खफा हुआ था।

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विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने UN महासचिव गुटेरेस द्वारा ईरान की निंदा न करने को लेकर उनकी इजरायल में एंट्री पर बंदी लगा दी, इजरायल का आरोप है की संयुक्त राष्ट्र पिछले साल से पक्षपाती काम कर रहा है। हालांकि बाद में UN महासचिव ने एक बयान जारी कर ईरान द्वारा 200 बैलिस्टिक मिसाइल दागने और युद्धस्थिती को जटील करने के लिए ईरान की निंदा की लेकिन इस बार भी महासचिव इजरायल की नंदा करने से नहीं चुके । उन्होंने कहा, “जैसा कि कल मैंने कहा था, उससे साफ हो जाना चाहिए था कि मैं इजरायल पर ईरान के हमले की कड़ी निंदा करता हूं। विडंबना यह है कि ये हमले फिलिस्तीनी लोगों के हितों का समर्थन नहीं करते हैं, या उनकी पीड़ा को कम नहीं करते हैं।” उन्होंने इजरायल की कारवाइयों की आलोचना करते हुए कहा कि गाजा में चल रहा सैन्य अभियान सबसे घातक और विनाशकारी सैन्य अभियान है और अब तक के कार्यकाल में उन्होंने ऐसा कुछ नहीं देखा।

दौरान इजरायल काट्ज ने अंटोनियो गुटेरस के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भाषण से पहले ही कह दिया था, जो व्यक्ति इजरायल पर ईरान के जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, वो इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है। साथ ही इजरायल ने यह भी माना है की संयुक्त राष्ट्र पिछले वर्ष के अक्तूबर हमलों से ही इजरायल विरोधी भूमिका लेते आया है।

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