भारत में नाम बदलने की परंपरा पुरानी है, पहले राज्यों और राजधानियों का भी नाम बदला… !

जबकि संविधान में साफ-साफ लिखा है कि 'इंडिया' का मतलब 'भारत' होता है, लेकिन अब चर्चा है कि देश का नाम बदलकर 'भारत' कर दिया जाएगा, लेकिन भारत के लिए इस तरह का नाम परिवर्तन कोई नई बात नहीं है| पहले भी देश में कुछ राज्यों और कुछ राजधानियों के नाम बदले जा चुके हैं।

भारत में नाम बदलने की परंपरा पुरानी है, पहले राज्यों और राजधानियों का भी नाम बदला… !

The tradition of changing names in India is old, earlier the names of states and capitals were also changed...!

जबकि संविधान में साफ-साफ लिखा है कि ‘इंडिया’ का मतलब ‘भारत’ होता है, लेकिन अब चर्चा है कि देश का नाम बदलकर ‘भारत’ कर दिया जाएगा, लेकिन भारत के लिए इस तरह का नाम परिवर्तन कोई नई बात नहीं है| पहले भी देश में कुछ राज्यों और कुछ राजधानियों के नाम बदले जा चुके हैं। हमारा महाराष्ट्र राज्य भी इससे अछूता नहीं है|

भारत अनेक राज्यों का संघ है। कुछ राज्य पुराने थे। कुछ नव निर्मित थे|ओडिशा इतना पुराना राज्य है,लेकिन 2011 में इसका नाम बदलकर ओडिशा कर दिया गया। एक और छोटा सा राज्य है जो इसी तरह बदल गया है|उसका नाम पांडिचेरी है. 2006 में इसका नाम बदलकर पुडुचेरी कर दिया गया।

आजादी के बाद राज्यों की तरह देश के कई प्रमुख शहरों के ब्रिटिश नाम बदल दिये गये। 1996 में, बॉम्बे महाराष्ट्र में मुंबई बन गया। इसी वर्ष तमिलनाडु की राजधानी मद्रास से बदलकर चेन्नई कर दी गई। पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम 2001 में बदलकर कोलकाता कर दिया गया। ऐसा ही नामकरण कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का भी किया गया और शहर को नया नाम बेंगलुरु मिला।

उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के प्रयाग राज, महाराष्ट्र में औरंगाबाद, उस्मानाबाद के चौ. संभाजीनगर और धाराशिव किये गये। इसलिए नाम बदलना भारत के लिए कोई नई बात नहीं है|

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