पाकिस्तान फिलहाल गृह युद्ध के कगार पर है। इमरान खान के गिरफ्तार किये जाने के बाद से वहां हालत बिगड़ गए ,चारों ओर आग ही आग दिखाई दे रही है। इमरान खान के समर्थकों ने सड़क पर उतर कर जमकर बवाल मचाये हुए हैं। लेकिन पाकिस्तान में यह पहला मौक़ा नहीं है। जब ऐसे हालात बने हैं। इससे पहले भी यहां पूर्व सात पाक पीएम गिरफ्तार हुए थे। पाकिस्तान में आज जो हालात हैं वह उसके खुद के बनाये हुए हैं। तो आइये जानते हैं वे कौन सात पाक के पूर्व पीएम रहे हैं जो गिरफ्तार हुए थे।
हुसैन शहीद: पाकिस्तान के हुसैन शहीद सितंबर 1956 से अक्टूबर 1957 तक प्रधानमंत्री रहे। वे मोहम्मद अली जिन्ना के करीबी और पाकिस्तान के पांचवें प्रधानमंत्री थे। तब उन्होंने जनरल अयूब खान सरकार को समर्थन देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें इलेक्टिव बॉडीज डिस्क्वॉलिफिकेशन ऑर्डर के जरिये राजनीति में प्रतिबंधित कर दिया गया था। मगर बाद में उन्हें 1960 में कानून के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर बिना ट्रायल के कराची सेंट्रल जेल में डाल दिया गया था।
जुल्फिकार अली भुट्टो : इसी तरह, 1973 से लेकर 1977 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे जुल्फिकार अली भुट्टो के साथ भी हो चुका है। भुट्टो को 1974 में अपने प्रतिद्वंदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई 1977 में की गई थी। इसके बाद लाहौर की हाई कोर्ट ने भुट्टो को रिहा कर दिया था। जहां कोर्ट ने कहा था कि भुट्टो को गिरफ्तार करने का कोई आधार नहीं है। इसके तीन दिन बाद ही मार्शल लॉ रेगुलेशन 12 के तहत गिरफ्तार किया गया था। जबकि 4 अप्रैल 1979 को फांसी की सजा दी गई थी।
बेनजीर भुट्टो: वहीं, बेनजीर भुट्टो दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री थी। पहली बार वे 1988 से लेकर 1990 तक प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाला। इसके बाद दूसरी बार बेनजीर भुट्टो अक्टूबर 1993 से लेकर नवंबर 1996 तक थीं।उन्हें 1985 में 90 दिन के लिए नजरबंद किया गया था जब वह अपने भाई के जनाजे में आई थी। इसके बाद उन्हें 1986 में भी गिरफ्तार किया था ,इस समय उन्हें सरकार की आलोचना करने पर गिरफ्तार किया गया था।इसके बाद 1999 में भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें पांच साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद बेनजीर भुट्टो सात साल तक निर्वासित रही। इसके बाद जब वह वापस वतन लौटीं तो एक आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई।
युसूफ रजा गिलानी और नवाज शरीफ: पाकिस्तान में 2008 में गठबंधन की सरकार से पीएम बने युसूफ रजा गिलानी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन फर्जी कंपनियों के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगा था। उन्हें 2012 में अपना पद छोडना पड़ा था। इसी तरह 1999 में में नवाज शरीफ को कारगिल युद्ध के बाद सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। वे तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। परवेज मुशर्रफ़ सरकार के बाद नवाज शरीफ को दस साल के लिए देश निकाला होने के लिए मजबूर होना पड़ा था। पाक लौटने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। बाकी बची अवधि के लिए उन्हें सऊदी अरब भेज दिया गया था।
इमरान खान और शाहिद खाकान अब्बासी: शाहिद खाकान अब्बासी जनवरी 2017 से लेकर 2018 मई तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने रहे। 2019 में उन्हें नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। उन पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। उन्हें 2020 में जमानत मिली थी। अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया। उन पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।
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