31 C
Mumbai
Friday, November 22, 2024
होमदेश दुनियाTirupati Rule: डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने की बेटी सहित तिरुपति के...

Tirupati Rule: डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने की बेटी सहित तिरुपति के दर्शन !

पूर्व की वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा किए गए कथित पापों के लिए पवन कल्याण 11 दिनों की तपस्या कर रहे हैं। इसी कड़ी में फिलहाल वह मंदिर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।

Google News Follow

Related

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण बुधवार को तिरुमाला मंदिर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी बेटियां भी मौजूद थीं। बता दें कि अपनी तिरुमाला यात्रा के दौरान डिप्टी सीएम पवन कल्याण भगवान के लिए “वाराही घोषणा” लेकर पहुंचें। इस बारे में गुरुवार को होने वाली तिरुपति की बैठक में वो जानकारी देंगे। साथ ही आज तिरुमला श्री वारी (देवता) के दर्शन किए। इस दौरान पवन कल्याण अपने साथ वाराही घोषणा की फाइल लेकर पहुंचे।”

बता दें कि मंदिर में जाने से पहले पवन कल्याण की छोटी बेटी पोलिना अंजनी कोनिडेला ने तिरुमला मंदिर में घोषणा की कि उनकी आस्था भगवान वेंकटेश्वर में है।”पूर्व की वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा किए गए कथित पापों के लिए पवन कल्याण 11 दिनों की तपस्या कर रहे हैं। इसी कड़ी में फिलहाल वह मंदिर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।”

बता दें कि ऐसा कहा जाता है कि उपमुख्यमंत्री की छोटी बेटी पोलिना अंजनी कोनिडेला हिंदू नहीं हैं। तिरुपति में श्री वेकटेश्वर मंदिर के अधिकारिक संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के नियमों के मुताबिक गैर हिंदुओं को तिरुपति मंदिर में जाने से पहले देवता में अपनी आस्था के संबंध में घोषणा करनी होती है।

“तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद के लड्डू इन दिनों चर्चा में हैं”: तिरुपति बालाजी मंदिर इस समय लड्डू विवाद के कारण सुर्खियों में है। जब वाईएसआर जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री थे तब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डुओं में मिलावट की जाती है और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता है। पूरे देश में हड़कंप मच गया| जगन मोहन रेड्डी ने इन आरोपों से इनकार किया था|

लेकिन प्रयोगशाला में भेजे गए लड्डुओं के नमूनों में जानवरों की चर्बी पाई गई|इसके बाद पवन कल्याण की भी प्रतिक्रिया सामने आई। तिरुमाला तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डुओं को पवित्र माना जाता है। पिछली सरकार के भ्रष्ट रवैये के कारण यह पवित्र प्रसाद अपवित्र हो गया। पवन कल्याण ने बयान दिया था कि ये मामला एक तरह का कलंक है|

सनातन धर्म में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति को तिरुपति बालाजी के प्रसाद के लड्डुओं में मिलावट का प्रायश्चित करना चाहिए। पवन कल्याण ने कहा था कि मैं तपस्या कर रहा हूं, उसके बाद तिरुपति मंदिर जाएंगे| तदनुसार, वह अपनी बेटी पोलीना के साथ मंदिर आये। जहां पोलिना ने गैर-हिंदू दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।

यह भी पढ़ें-

”कांग्रेस ने महात्मा गांधी के निर्देशों का पालन नहीं किया”-देवेंद्र फडनवीस?

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,300फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
193,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें