पश्चिम बंगाल में अगले 4 से 5 महीनों में चुनाव की घोषणा होने जा रही है, जिसकी आहट पाते ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार (4 दिसंबर)को मुर्शिदाबाद के विधायक हुमायूँ कबीर को पार्टी से निलंबित किया है। पार्टी का कहना है कि कबीर ने “बाबरी मस्जिद बनाने” जैसा बयान देकर राजनीतिक मुद्दों को सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की और यह पार्टी लाइन के खिलाफ है। हालांकि कबीर के बयान को हफ्ता बीत चूका है। टीएमसी ने फैसला लेते हुए यह आरोप भी मढ़ दिया कि ऐसी बयानबाज़ी भाजपा के समर्थन से की जा रही थी।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने निलंबन की घोषणा की। उन्होंने बताया कि कबीर को पहले भी तीन बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन वह लगातार उत्तेजक बयान देते रहे। हकीम ने कहा, “हमने उन्हें पहले तीन बार चेतावनी दी। इसके बावजूद वह ऐसा कर रहे थे। इसलिए हम हुमायूँ कबीर को निलंबित कर रहे हैं। अब पार्टी का उनसे कोई संबंध नहीं।”
फिरहाद हकीम ने कहा कि पार्टी तब सतर्क हुई जब कबीर ने हाल ही में यह दावा किया कि वह “बाबरी मस्जिद बनाएंगे।” हकीम के अनुसार यह बयान न केवल अनावश्यक था बल्कि एक संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक रूप से भड़काने का प्रयास भी था। हकीम ने कहा, “हमने देखा कि हमारे मुर्शिदाबाद के एक विधायक ने अचानक कह दिया कि वह बाबरी मस्जिद बनाएंगे। क्यों अचानक बाबरी मस्जिद? हमने उन्हें पहले चेतावनी दी थी। पार्टी के फैसले के अनुसार टीएमसी उन्हें निलंबित कर रही है।”
हालांकि टीएमसी हुमायूं कबीर के 100 लोगों मरने और 500 लोगों को मारने जैसे विषैले बयानों पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे रही है। हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद बनाएँगे के वायरल वीडिओ में उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है की, “अभी हम 37% हैं, बाबरी मस्जिद बनने तक 40% हो जाएँगे। देखते हैं कौन सी ताकत हमें रोकने की हिम्मत करती है। अगर इस के दौरान हमारे 100 लोग मारे जाते हैं, तो हम भी तय करेंगे कि दूसरी तरफ के 500 लोग मारे जाएँ। यह हमारी चुनौती है। यह अयोध्या नहीं बल्कि मुर्शिदाबाद है। अगर कोई इस मस्जिद को छूने की हिम्मत करेगा तो हम दिखा देंगे कि हम क्या कर सकते हैं।”
कबीर का कहना था की राज्य में मुस्लिम जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और मस्जिद का निर्माण पूरा होने तक यह 40% तक पहुँच जाएगी। आरोपों के अनुसार विधायक हुमायूँ कबीर यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने धमकी दी कि अगर किसी ने उन्हें किसी भी तरह से नुकसान पहुँचाने की कोशिश की तो वह सिर कलम करने तक की कार्रवाई करेंगे।
दौरान गुरुवार को टीएमसी ने आरोप लगाया कि, कबीर की टिप्पणियों का उद्देश्य सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना था और उन्हें भाजपा का प्रोत्साहन मिल रहा था। ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो सामाजिक सामंजस्य को नुकसान पहुंचाए या पार्टी की आधिकारिक लाइन से हटकर हो। पार्टी का कहना है कि पश्चिम बंगाल की राजनीति धर्मनिरपेक्ष और समावेशी ढांचे पर आधारित है और किसी भी प्रकार की उकसावे वाली टिप्पणी उसकी छवि को नुकसान पहुंचाती है।
हुमायूँ कबीर के निलंबन के बाद टीएमसी नेतृत्व अब उनका जवाब और स्पष्टीकरण मांग सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या पार्टी उन्हें भविष्य में वापस लेगी या निलंबन को स्थायी रूप दे देगी।
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