भारत के लिए फायदेमंद होंगे ट्रंप के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज!

माइक वाल्ट्ज अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने के फैसले की कड़ी आलोचना की थी। इस बीच, माइक वाल्ट्ज की नियुक्ति से अमेरिका और भारत के बीच और भी मजबूत साझेदारी हो सकती है।

भारत के लिए फायदेमंद होंगे ट्रंप के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज!

Trump's new National Security Advisor Mike Waltz will be beneficial for India!

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ. इसमें डोनाल्ड ट्रंप की जीत हो गई है और जल्द ही वह राष्ट्रपति पद संभालेंगे। इस बीच, ट्रंप ने अपनी नई टीम का निर्माण शुरू कर दिया है। जनवरी में पद संभालने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक के बाद एक बड़े पदों के लिए लोगों को चुनना शुरू कर दिया है। दरम्यान डोनाल्ड ट्रम्प ने रिपब्लिकन प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुना है। अमेरिकी सेना की ग्रीन बेरेट यूनिट से सेवानिवृत माइक वाल्ट्ज चीन के एक प्रमुख आलोचकों में से एक है।

50 वर्षीय माइक वाल्ट्ज एक सेवानिवृत्त आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी और युद्ध अनुभवी हैं। उम्मीदे लगाई जा रहीं है की अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सख्त दृष्टिकोण लाएंगे, जो अमेरिकी सुरक्षा को मजबूत करने के ट्रम्प के वादों से मेल भी  खाता है। पूर्व-मध्य फ्लोरिडा से तीन बार के रिपब्लिकन प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज अमेरिकी सदन के लिए चुने जाने से पहले वे ग्रीन बेरेट थे और पिछले सप्ताह फिर से चुने गए। वह सशस्त्र सेवा उपसमिति के अध्यक्ष और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी और इंटेलिजेंस पर स्थायी चयन समिति के सदस्य भी हैं।

माइक वाल्ट्ज़ कठोर सुरक्षा रणनीतियों के कट्टर समर्थक हैं। वह एक अनुभवी विदेश नीति विशेषज्ञ और अमेरिका-भारत गठबंधन के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने भारत के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा दिया है, खासकर रक्षा और सुरक्षा सहयोग में। विशेष रूप से, उन्होंने 2023 में अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान कैपिटल हिल में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की व्यवस्था करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

यह भी पढ़ें:

MUDA Scam: सीएम सिद्धारमैया की बढ़ी मुश्किलें, शिकायतकर्ता ने लगाए नए आरोप!

Supreme Court: मलयालम एक्टर सिद्दीकी को SC से राहत, गिरफ्तारी पर लगी रोक रहेगी जारी!

हिंदू-मुस्लिम व्हाट्सएप ग्रुप बनाना पड़ा महंगा; केरल में दो आईएएस अधिकारी निलंबित!

माइक वाल्ट्ज ने कईबार चीन के खिलाफ मोर्चा संभाला है। माइक वाल्ट्ज ने कोविड-19 की उत्पत्ति में शामिल होने और उइगर मुसलमानों के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए चीन की आलोचना की है। इसके अलावा, अमेरिका ने बीजिंग में 2022 शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार की भी मांग की थी। माइक वाल्ट्ज अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने के फैसले की कड़ी आलोचना की थी। इस बीच, माइक वाल्ट्ज की नियुक्ति से अमेरिका और भारत के बीच और भी मजबूत साझेदारी हो सकती है।

Exit mobile version