राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने एकनाथ शिंदे को करारा झटका दिया है|एक तरफ तो यह स्थिति है कि ठाकरे गुट के सांसदों के खिलाफ अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव दायर किया जाएगा, वहीं विधान परिषद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव पेश किया गया है|
विपक्षी दलों के नेता : इस वजह से ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे को दुविधा में डाल दिया है| ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यह बयान देकर अच्छा करेंगे कि विपक्षी दलों के नेता देशद्रोहियों के साथ चाय पीने से परहेज करते हैं। सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चाय तक परहेज किया।
राज्य का बजट : सत्र शुरू होने से पहले सत्ताधारी पार्टियों ने चाय पार्टी का आयोजन किया| विपक्षी दलों ने इसका बहिष्कार किया। इसलिए चाय से परहेज करने पर विपक्षी दलों की आलोचना की| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आलोचना करते हुए बयान दिया था कि वे देशद्रोहियों के साथ चाय से परहेज करते हैं| इसको लेकर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव दाखिल किया है|
नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने विधान परिषद उपाध्यक्ष नीलम गोरहे को शिकायत सौंपी है। दरअसल, इस दिन भाजपा के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायकों ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर संजय राउत के खिलाफ अधिकारों के हनन का मामला दर्ज करने की मांग की थी|