झाड़… पत्ते … छुरा … से आगे नहीं बढ़ा उद्धव ठाकरे का विशेष इंटरव्यू

झाड़… पत्ते … छुरा … से आगे नहीं बढ़ा उद्धव ठाकरे का विशेष इंटरव्यू

शिवसेना मुखिया उद्धव ठाकरे ने ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक संजय राउत को दिए इंटरव्यू में बीजेपी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर साधा। उन्होंने इंटरव्यू में बीजेपी पर शिवसेना को तोड़ने का भी आरोप लगाया। वहीं ,बिना नाम लिए एकनाथ शिंदे और पार्टी के अन्य विधायकों को पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया। मालूम हो कि शिवसेना के 40 से विधायक टूटकर बीजेपी से मिलकर सरकार बना ली है। जिसके बाद से शिवसेना मुखिया पार्टी से जाने वाले वाले विधायकों पर गई गंभीर आरोप लगा चुके हैं।

संजय राउत के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें अपनी नहीं, बल्कि मराठी मानुस और हिंदुत्व की चिंता है। उन्होंने एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों पर तंज कसते हुए कहा कि पेड़ से सभी सड़े हुए पत्ते झड़ रहे हैं। जिन्हें पेड़ से सबकुछ मिला, उन्हें सभी रस मिले इसलिए वे तरोताजा थे। उन्होंने आगे कहा कि वे पत्ते पेड़ से सबकुछ लेने के बाद झड़ रहे हैं।
 उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब वह बीमार थे तो कुछ लोग मेरे ठीक होने के लिए दुआ कर रहे थे जबकि कुछ लोग मेरे स्वास्थ्य नहीं होने की कामना कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब मेरी सर्जरी हुई थी तो मैं अपना हाथ-पैर नहीं हिला सकता था, अपनी जगह से हिन्न नहीं सकता था।
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे  का नाम लिए बगैर कहा कि जब आपको पार्टी की जिम्मेदारी दी गई थी। पार्टी में नंबर दो का पद दिया गया था। पार्टी को संभालने के लिए पूरा विश्वास किया गया। लेकिन उस विश्वास के बदले तुमने घात किया। उन्होंने आगे कहा कि जब मै अस्पताल में था तो मेरे हाथ पैर नहीं चल रहे थे। लेकिन तुम्हारे हालचाल जोरों पर थे, और वह भी पार्टी विरोधी।
उद्धव ठाकरे ने शिवसेना में बार-बार होने वाली बगावत की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि मै  शिवसेना को प्रोफेशनली नहीं चलाता हूं। उन्होंने कहा कि किसी पर अगर विश्वास किया तो उस पर अन्धविश्वास करना पड़ता है। पूरी जिम्मेदारी के साथ उसे ताकत देनी पड़ती है। शक्ति देनी पड़ती हम वो करते हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी तक हम लोग जिन पर विश्वास किया उन्हीं लोगों ने धोखा दिया।
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