उद्धव ने शिवसेना प्रवक्ताओं से कहा, भाषा की शालीनता बनाए रखें  

नेताओं के साथ उद्धव ने की बैठक

उद्धव ने शिवसेना प्रवक्ताओं से कहा, भाषा की शालीनता बनाए रखें  

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शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पार्टी के प्रवक्ताओं के साथ बैठक कर पार्टी के मौजूदा राजनीतिक संकट पर चर्चा की। बैठक के बाद शिवसेना प्रवक्ता अरविंद सावंत ने पत्रकारों से कहा कि  ठाकरे ने प्रवक्ताओं से कहा है कि वे पार्टी पर होने वाले हमलों का जवाब दें, लेकिन साथ ही भाषा की शालीनता बनाये रखें। प्रवक्ता व विधायक सचिन अहीर ने कहा कि ठाकरे ने उन्हें प्रभावी रूप से अपना कर्तव्य निभाने के लिए मार्गदर्शन किया। शिवसेना के अन्य प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी में हालिया टूट के कारण ठाकरे ने संगठन में बड़े बदलाव किए तथा पार्टी के कुछ और नेताओं को प्रवक्ता बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान पार्टी के मौजूदा राजनीतिक संकट पर भी चर्चा हुई।

इसके पहले जलगांव से आए शिवसेना नेताओं को संबोधित करते हुए शिवसेना पक्ष प्रमुख ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी को पहले भी विभाजित करने के प्रयास किये गये थे, लेकिन इस बार नये सिरे से पार्टी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उद्धव ठाकरे ने यहां अपने आवास मातोश्री में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। दरअसल, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले एक धड़े ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में हालिया राजनीतिक संकट के मद्देनजर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट द्वारा दायर याचिकाओं में उठाये गये कुछ संवैधानिक सवालों को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे-नीत प्रतिद्वंद्वी गुट से बुधवार को नये सिरे से जवाब दाखिल करने को कहा।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले, शिवसेना को विभाजित करने के प्रयास किए गए थे लेकिन अब पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।” ठाकरे स्पष्ट रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा की उन टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे, जिसमें नड्डा ने कहा था कि आने वाले समय में केवल भाजपा जैसी विचारधारा से प्रेरित राजनीतिक दल ही बचेंगे, जबकि परिवारों द्वारा शासित अन्य दल तबाह हो जाएंगे।

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