करीबी के एनकाउंटर के बाद किस नेता को अतीक अहमद ने किया था फोन?  

उमेश पाल की हत्या के बाद हुए एनकाउंटर के अतीक अहमद गुजरात जेल से प्रयागराज में रहने वाले एक नेता को फोन किया था ,उसकी आवाज पहचानने के बाद उसका कॉल काट दिया गया था।          

करीबी के एनकाउंटर के बाद किस नेता को अतीक अहमद ने किया था फोन?  
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जहां एक ओर दावा किया जा रहा है कि अतीक अहमद के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन उसके साम्राज्य को संभालने की प्लानिंग कर रही थी। वहीं दूसरी ओर खबर यह है कि अपने करीबी के एनकाउंटर के बाद अतीक अहमद एक नेता के सम्पर्क में था।इतना ही नहीं संबंधित नेता से मदद की गुहार भी लगाई थी। यह खुलासा एसटीएफ ने किया है। बताया जा रहा है कि अब संबंधित नेता से भी अतीक के संबंध में पूछताछ की जा सकती है।
साहेब हमारा फोन नहीं उठा रहे:  बताया जा रहा है कि फेसटाइम के जरिये अतीक अहमद ने नेता को कई बार फोन किया था। लेकिन, फोन नहीं उठाये जाने के कारण अतीक ने नार्मल कॉल कर सफेदपोश से बात की थी। कहा जा रहा है कि जब नेता ने फोन उठाया तो अतीक ने कहा कि साहेब हमारा फोन क्यों नहीं उठा रहे हैं। बात क्यों नहीं कर रहे हैं ?  इसके बात जब नेता ने अतीक अहमद की आवाज पहचान गया गया तो उसने तुरंत फोन काट दिया।अब बताया जा रहा है कि प्रयागराज के तीन सफेदपोश एटीएस की रडार पर हैं जो यहां खासा प्रभाव वाले माने जाते हैं।
गुजरात जेल में अतीक के पास फोन: बताया  जा रहा है कि एटीएस उस नेता की तलाश तेज कर दी है। इतना ही नहीं उसका अतीक से क्या संबंध इसकी भी जांच की जा रही है। इस खुलासे के बाद से गुजरात की साबरमती जेल के प्रबंधन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कहा जा रहा है कि जब वह जेल में बंद है तो वह कैसे चला सकता है। बता दें कि उमेश पाल हत्या के बाद से ही कहा जा रहा है कि इस मर्डर की साजिश गुजरात की जेल में बैठा अतीक ने ही रची थी। जिसको बरेली की जेल में बंद उसका भाई अशरफ आगे की प्लानिंग के साथ उमेश पाल की हत्या कराया है।
लेडी डॉन पर बड़ा खुलासा: उमेश पाल मर्डर में एक और खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि शाइस्ता परवीन के इशारे पर ही उमेश पाल की हत्या की गई थी। इस हत्या का प्लान शाइस्ता ने ही बनाया था। उमेश की  हत्या के बाद उसने सभी शूटरों को एक एक लाख रुपये भी दिए थे। इस दौरान उसने पुलिस को गुमराह करती रही। उसके बाद पुलिस के हाथों से निकल गई। शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम भी रखा गया है।
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