यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू होकर 5 मार्च तक चलेगा| इसकी शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से हुई। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों के साथ हुई बैठक में सभी से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दों पर स्वस्थ और सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर खुद को जंजीरों में बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है। इसलिए, लोग डंकी रूट से विदेश जा रहे हैं। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाले समय में किसी भारतीय प्रवासी को हथकड़ियों में निर्वासित न किया जाए।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि उनके अभिभाषण में जो पढ़ा जा रहा था, समाजवादी पार्टी ने उसका विरोध किया। क्योंकि, उसमें झूठे आंकड़े दिए गए थे। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए राज्यपाल आधा भाषण छोड़कर चली गईं।
#WATCH | लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह ने विधानसभा बजट सत्र के दौरान विपक्ष के विरोध पर कहा, "विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के लिए सदन एक अवसर होता है, सदन में वे अपनी बातों को उठा सकते हैं लेकिन उनके(विपक्ष) पास कोई मुद्दा ही नहीं है इसलिए वे जो हो… pic.twitter.com/9dQ35E0sn3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2025
मंत्री दयाशंकर सिंह ने विधानसभा बजट सत्र के दौरान विपक्ष के विरोध पर कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के लिए सदन एक अवसर होता है। सदन में वे अपनी बातों को उठा सकते हैं, लेकिन विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं है। इसलिए, वे जो हो रहा है, उसका विरोध कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि विपक्ष का आचरण गैर-जिम्मेदाराना है। राज्यपाल के अभिभाषण के माध्यम से प्रदेश में जो सरकार काम कर रही है, उसकी जानकारी दी जाती है। मौर्या ने कहा कि समाजवादी पार्टी का आचरण सदा ऐसा ही रहा है कि वे महामहिम राज्यपाल का आदर करने के बजाय हल्लाबोल करते हैं। समाजवादी पार्टी ने यह दिखा दिया कि वे एक जिम्मेदार राजनीतिक दल कम और अराजकता फैलाने वाला दल ज्यादा है।
बता दें कि 20 फरवरी को सदन में उत्तर प्रदेश का वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश किया जाएगा। यह बजट सत्र 18 फरवरी से 5 मार्च तक चालू रहने वाला है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र पर कहा किउत्तर प्रदेश के इतिहास में ऐसे बहुत कम अवसर आए हैं जब इतने लंबे समय तक सत्र आहूत किया गया हो। लेकिन सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि विपक्ष की भी उतनी ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
#WATCH लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र पर कहा, "…आज विधानमंडल की कार्यवाही प्रारंभ होने के साथ ही राज्यपाल द्वारा सदन को संबोधित किया जाएगा। इसके बाद कल से राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में चर्चा भी होगी। 20 फरवरी को सदन में उत्तर प्रदेश का वर्ष… pic.twitter.com/VvH3q4knEc
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सीएम योगी ने कहा कि सदन चर्चा परिचर्चा का एक मंच बने। पिछले करीब 8 वर्षों में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के विकास के जो मानक स्थापित किए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। इसकी झलक अभिभाषण के साथ-साथ सदन के अंदर चर्चाओं के जरिए भी देखने को मिलती है|
उन्होंने कहा कि स्वाभाविक रूप से हताश और निराश विपक्ष इन मुद्दों पर चर्चा करने से भागने की कोशिश करता है और इसमें बाधाएं खड़ी करने की कोशिश करता है सदन की कार्यवाही में विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण है। अगर विपक्ष सार्थक चर्चा को आगे बढ़ाने में मदद करता है, तो मेरा अनुमान है कि यह सत्र बहुत अच्छा हो सकता है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र शुरू हो गया है। इस दौरान सपाई नारेबाजी करते हुए हंगामा करते रहे। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सपाइयों के हंगामे को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
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