आगामी लोकसभा चुनाव में अबकी बार 400 पार के साथ भाजपा चुनाव मैदान में उतरी है| इसके लिए उसने अपनी चुनावी रणनीति भी बनाई हुई है|खासकर सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश को लेकर, जहाँ उसने अपनी 195 की पहली सूचि जारी करते हुए प्रदेश में 51 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा जारी की है, जिसमें अनुसूचित और अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा और सवर्णों सहित पिछले चुनाव में हारे प्रत्याशियों पर भी अपना दांव खेला है|
बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 51 लोकसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही सूचि भी जारी कर दी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी , लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेठी से स्मृति जूबिन इरानी चुनाव लड़ेंगी| वही दूसरी ओर सबसे बड़ी बात यह कि भाजपा ने उन प्रत्याशियों पर दांव खेला है, जो वर्ष 2019 में अपनी सीट हार गए थे| साथ ही चार पर नए चेहरों को अवसर दिया गया है। इसके साथ ही बाहरियों को भी भाजपा में बढ़चढ़कर सीट दिया गया है|
मोदी सरकार 2.0 में यूपी से प्रधानमंत्री व भाजपा के 10 मंत्रियों सहित 44 मौजूदा सांसदों को फिर मैदान में उतारा गया है। मोदी सरकार 2.0 में यूपी से 15 मंत्री हैं। इनमें से मोदी, राजनाथ, स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, पंकज चौधरी, एसपी सिंह बघेल, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप वर्मा, अजय मिश्रा टेनी और संजीव बालियान को फिर मौका दिया गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह की सीट गाजियाबाद पर और अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल की मिर्जापुर सीट पर फिलहाल निर्णय नहीं हुआ है। वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और बीएल वर्मा यूपी से ही राज्यसभा सदस्य हैं।
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