केरल में पीएफआई के हिंसापूर्वक आंदोलन यह साबित करने के लिए काफी है कि यह संगठन आतंकी गतिविधियों में शामिल है। केरल में पीएफआई के ऑफिस और उससे जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद शुक्रवार को संगठन ने विरोध प्रदर्शन कर रहा था। लेकिन यह प्रदर्शन हिंसक होने के बाद केरल हाई कोर्ट ने स्वयं संज्ञान लिया। इस दौरान पीएफआई के कार्यकर्ताओं के पास से ज़िंदा बम भी बरामद किया गया। हिंसक घटना में बारह बस यात्री और छह चालक घायल हुए हैं। जबकि सत्तर से ज्यादा बसों को नुकसान पहुंचाया गया है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया यानी पीएफआई पर गुरूवार को केरल सहित कई राज्यों में छापे मारे गए थे। कुल 11 राज्यों में संगठन के 106 ठिकानों पर छापे मारे गए थे।जिसमें सौ से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके खिलाफ केरल राज्य के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। यह आंदोलन हिंसक होने के बाद केरल हाई कोर्ट ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। जिसमें राज्य कई जगहों पर हिंसा देखने को मिली है। राज्य भर में सार्वजनिक वाहनों को निशाना बनाया गया। कोर्ट ने सार्वजनिक सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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