ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प उस समय हुई जब कांग्रेस ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस संघर्ष में 50 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ओडिशा विधानसभा का घेराव करने के लिए एक रैली निकाली थी, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं। इसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागे।
कांग्रेस नेताओं ने पुलिस पर कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरता करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस विधायक रमेश जेना ने कहा,
“हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार के इशारे पर पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। 40-50 कार्यकर्ता, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, गंभीर रूप से घायल हुए हैं। कई को सिर, हाथ-पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं।”
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रुख अपनाया, जिसके कारण कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस कमिश्नर सुरेश देव दत्ता सिंह ने मीडिया से कहा, “हमारा कर्तव्य था कि विधानसभा भवन और संवैधानिक संस्थानों की सुरक्षा करें। कुछ प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप धारण कर लिया, पत्थरबाजी की और एक वाहन में आग लगाने की भी कोशिश की। पुलिस ने संयम बरतते हुए नियंत्रित बल प्रयोग किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
यह भी पढ़ें:
‘गौ माता से बदबू’ वाले बयान पर कैबिनेट मंत्री ने बोला हमला कहा, ऐसी बात की मंशा रखने वाले संदिग्ध!
मॉस्को: रूस के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है भारत- विदेश मंत्री जयशंकर!
इस प्रदर्शन के दौरान कुछ मीडियाकर्मियों को भी चोटें आईं। वहीं, इस झड़प में लगभग 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घायल पुलिसकर्मियों से मिलने अस्पताल पहुंचे।
गौरतलब है कि 7 मार्च से शुरू हुए विधानसभा सत्र के दूसरे चरण में कांग्रेस लगातार महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की जांच के लिए एक हाउस कमेटी गठित करने की मांग कर रही थी। इसी मांग को लेकर कांग्रेस ने यह प्रदर्शन किया जिसे हिंसक आंदोलन में तब्दील होते देखा गया। सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर टकराव जारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रही है।