भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में विफलता के लिए कांग्रेस पार्टी की आलोचना की है। भाकियू नेता ने राहुल गांधी की तरह भूपिंदर हुड्डा को हार के लिए जिम्मेदार माना है। साथ ही कांग्रेस को भूपिंदर हुड्डा से दूर रहने की सलाह दी है।
चारुनी ने कहा कि अगर हुड्डा अन्य नेताओं के साथ समझौता नहीं कर सकते है तो फिर कांग्रेस ने सारे फैसले उन पर क्यों छोड़ दिए हैं। चारुनी ने दावा किया है की पिछले 10 सालों में हरियाणा में किसान संगठन ही मुख्य विपक्ष रहे हैं कांग्रेस नहीं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में किसानों ने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाया, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाई और चुनाव हार गई।
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आप को बता दें गुरुनाम सिंह चारुनी ने खुद पेहोवा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था केवल 1170 वोट प्राप्त कर अपनी जमानत खोई। बता दें की कांग्रेस की हरियाणा चुनाव में हार को ‘हाथ आया पर मुंह न लगा’ कहा जा रहा है। सूत्रों ने बताया है की, कांग्रेस नेताओं का मानना है भूपिंदर हुड्डा की जाट पोलराइजेशन की राजनीति राजनीती और स्वार्थ के कारण कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। हालाँकि यह पहली बार है की किसी विपक्षी नेता ने खुलकर हुड्डा का विरोध किया है।