कैग रिपोर्ट में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के विभाग को दोषी ठहराया गया है| इसके बाद विपक्ष ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला| अब शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद विनायक राऊत ने आरोप लगाया है कि यह दिल्ली के राजनेताओं द्वारा नितिन गडकरी को मारने की साजिश है। गडकरी को भी दिया गया बड़ा ‘ऑफर’|
विनायक राउत ने कहा, ”महाराष्ट्र का नेतृत्व लोकप्रिय हो रहा है| दिल्ली के अंधे नेताओं ने नितिन गडकरी को फ़साने की साजिश रची है क्योंकि वह कल प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। महाराष्ट्र इस साजिश को नाकाम करने का काम करेगा| हम नितिन गडकरी से अनुरोध करते हैं कि वे उन्हें मराठी लोगों का पानी दिखाएं।”
“जब तक हम गडकरी को पीएम नहीं बना लेते, हम चैन से नहीं बैठेंगे”: “गडकरी उनसे क्यों डरते हैं?” उन्हें बस आवाज देनी चाहिए| नितिन गडकरी को ‘भारत’ का नेतृत्व करना चाहिए| विनायक राउत ने कहा, ”उद्धव ठाकरे भी अपना वचन देंगे कि जब तक हम गडकरी को प्रधानमंत्री नहीं बना देते, हम आराम से नहीं बैठेंगे।”
इस बीच कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने गंभीर आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को CAG रिपोर्ट से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है| विजय वडेट्टीवार ने कहा था, ”कैग रिपोर्ट दो कारणों से महत्वपूर्ण है| एक तो यह कि सीएजी रिपोर्ट का इस्तेमाल भाजपा की आंतरिक राजनीति के तहत नितिन गडकरी को बाहर करने के लिए किया जा रहा है। सीएजी ने तभी गडकरी पर शिकंजा कसा जब हर विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार था।
‘कैग रिपोर्ट के पीछे का कारण नितिन गडकरी की राजनीति खत्म करना है’: ‘नितिन गडकरी के बारे में हर कोई कहता है, साफ-सुथरी छवि आदि। उनकी छवि विकसित और साफ-सुथरी हो गयी है| इसलिए, यह उन्हें किनारे करने और उनकी राजनीति खत्म करने का एक कारण भी हो सकता है,” विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया।
‘केंद्र में हर जगह भारी भ्रष्टाचार’: वडेट्टीवार ने यह भी बताया की सीएजी में भ्रष्टाचार सामने आ गया है। उस सड़क समिति के अध्यक्ष खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं| तो सवाल ये है कि सीएजी की इस रिपोर्ट पर उनकी क्या भूमिका है| केंद्र में हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है| इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब हम देख रहे हैं कि केंद्र सरकार क्या कार्रवाई करती है।
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