भारतीय जनता पार्टी द्वारा रमजान के महीने में देश के गरीब मुसलमानों को 32 लाख ‘सौगात-ए-मोदी’ किट बांटने पर बंगाल के मौलाना खुश हैं। कोलकाता के नाखोदा मस्जिद के इमाम मौलाना मो. शफीक कासमी ने प्रधानमंत्री के इस पहल की तारीफ की।
भाजपा की तरफ से देश के गरीब मुसलमानों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट दिए जाने को मौलाना शफीक कासमी ने अच्छा पहल बताया। उन्होंने कहा, “यह अच्छी बात है। हम पीएम मोदी के इस प्रोग्राम का स्वागत करते हैं, लेकिन इस सिलसिले में पीएम से हमारी एक अपील है कि भारतवर्ष में मुसलमानों के लिए सबसे बड़ी सौगात यह होगी कि उन्हें अमन, सुकून से जीने दिया जाए, उनके खिलाफ कोई जुल्म नहीं हो।”
उन्होंने कहा, “जो कोई जुल्म करे, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, उत्तराखंड और जहां-जहां भाजपा की सरकार है, वहां पर मुस्लिमों के साथ जुल्म हो रहा है। गरीबों के घरों को तोड़ा जा रहा है, बेकसूर जवानों को जेल में डाला जा रहा है, उन्हें इंसाफ मिले। यह मुसलमानों के लिए सबसे बड़ी सौगात होगी। ऐसा करने पर हम उनके बड़े आभारी रहेंगे। ऐसा करना देश के मुसलमानों के लिए बड़ा इनाम होगा।”
ईद की तारीख के बारे में उन्होंने बताया, “अगर 29 मार्च को चांद दिखाई दिया, तो ईद 30 मार्च को होगी और यदि 30 मार्च को चांद दिखा, तो 31 मार्च यानी सोमवार को ईद होगी। ज्यादा उम्मीद 29 मार्च को ही चांद दिखने की है।”
कोलकाता में ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर उन्होंने कहा, “इस बार भी सड़क पर नमाज पढ़ने की व्यवस्था होगी, जैसा हर साल होता है। पश्चिम बंगाल की सरकार इसके लिए पूरी तरह मुस्तैद रहती है और बहुत अच्छा इंतजाम होता है।”
ईद को लेकर सरकार की तरफ से की गई व्यवस्था पर मौलाना ने कहा, “सरकार की तरफ से नमाज को लेकर जैसा पहले इंतजाम होता था, वैसा ही इस बार भी होगा। सारी व्यवस्था राज्य सरकार कराती है। किसी को कोई परेशानी नहीं होती है। बंगाल में सभी एक-दूसरे का त्योहार मनाते हैं। राज्य सरकार चाहती है कि यहां पर एकता बनी रहे।”
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