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Saturday, November 30, 2024
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पश्चिम बंगाल हिंसा: शुभेंदु अधिकारी ने दी डीजीपी को चुनौती, साबित करें!

भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी पर एक सिख आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहने का मुद्दा हाईकोर्ट में पहुंच गया है|अधिकारी ने अपने ऊपर लगाए गए पश्चिम बंगाल के डीजीपी के गंभीर आरोप 24 घंटे के अंदर साबित करने को कहा है अन्यथा परिणाम भुगतने तक की बात कही गयी है|

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पश्चिम बंगाल में संदेशखाली हिंसा मामले में टीएमसी और भाजपा नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है|पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से भाजपा नेताओं को हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा करने पर टीएमसी भड़की हुई है| वही अब इस मामले में एक नया मोड़ लेता दिखाई दे रहा है|भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी पर एक सिख आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहने का मुद्दा हाईकोर्ट में पहुंच गया है|अधिकारी ने अपने ऊपर लगाए गए पश्चिम बंगाल के डीजीपी के गंभीर आरोप 24 घंटे के अंदर साबित करने को कहा है अन्यथा परिणाम भुगतने तक की बात कही गयी है|

गौरतलब है कि संदेशखाली में महिलाओं ने टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों पर यौन उत्पीड़न, हिंसा और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं।एक महीने पहले ED ने राशन घोटाले में शाहजहां के ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान ED टीम पर हमला हुआ था। तब से शाहजहां ​​​​​फरार है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है।

बता दें कि शुभेंदु अधिकारी ने डीजीपी द्वारा लगाए गए सिख पुलिस अधिकारी को खालीस्तानी कहने के आरोप को चौबीस घंटे के भीतर साबित करने के लिए उन्हें चुनौती दी है।वरना इसका परणाम भुगतने के लिए वे तैयार हो जाएं। भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। मालवीय ने कहा, ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में पुलिस के बल से शासन करना चाहती थी, जो अब खत्म होता दिखाई दे रहा है|

पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के संदेशखाली का दौरा करने पर ममता बनर्जी सरकार ने रोक लगाई गई थी|इसके लिए धामखाली में एक सिख आईपीएस अधिकारी की नियुक्ति की गयी थी|भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी और अग्निमित्र पॉल प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर थे|इन नेताओं ने दावा किया पुलिस अधिकारी टीएमसी के दबाव में अपनी जबावदारी का निर्वहन सही से नहीं कर रही है|

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