विधान परिषद चुनाव में महाविकास अघाड़ी के 21 मतों के बंटवारे के बाद कोहराम मच गया है| भाजपा के सभी पांच उम्मीदवारों की जीत हुई है और कांग्रेस पहली पसंद के उम्मीदवार की हार से परेशान है| इसके बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता नसीम खान ने सनसनीखेज बयान दिया है|
उन्होंने कहा कि क्या आप अब महाविकास के मोर्चे पर बने रहना चाहते हैं? इस पर विचार करना होगा। महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस को क्या मिल रहा है? हमें इस बारे में सोचने की जरूरत है| अब प्रश्न यह उठता है कि तो, क्या कांग्रेस छोड़ देगी महाविकास का मोर्चा? राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा जोरों पर है। विधान परिषद में हार के बाद महाविकास अघाड़ी में मतभेद उभर कर सामने आए हैं।
पहली पसंद के उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे की हार के साथ, कांग्रेस के भीतर आंतरिक विवाद खुलकर सामने आया हैं और कांग्रेस के कई नेताओं के अब दिल्ली जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है|
विधान परिषद की 10 सीटों के लिए छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। पांच उम्मीदवार भाजपा के थे, जबकि छह उम्मीदवार महाविकास अघाड़ी से थे। पांचवें भाजपा उम्मीदवार के लिए पर्याप्त वोट नहीं मिलने के बावजूद, भाजपा के सभी पांच उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इसलिए विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की रणनीति विधान परिषद के साथ-साथ राज्यसभा चुनाव में भी पूरी तरह से सफल रही है।
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