ब्राजील की सेना को मध्यम ऊंचाई और उच्च स्तर की ऊंचाई पर मारक क्षमता के लिए मिसाइल की आवश्यकता है। जिसके पूर्ति के लिए ब्राजील की सेना ने वर्ष 2023 में अनुरोध जारी किया था। अब इस डील को चीन और भारत जैसी दो मिलिटरी महाशक्तियों के बीच भिड़ंत जारी है।
चीन के ड्रैगन-50 नाम की सरफेस तो एयर मिसाइल को भारत का आकाश टक्कर देता दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार यह मिसाइल इन सरफेस तो एयर मिसाइल का मूल्यांकन कर रहीं है। इस बीच ब्राजील से कुछ बातें ऐसी भी सामने आ रहीं है की ब्राजील के जनरल पाइवा भारत के आकाश मिसाइल से प्रभावित है उन्होंने इस मिसाइल को हासिल करने संदर्भ में दोनों देशों के बीच शासन स्तर पर बाइलेटरल डायलोग का सुझाव दिया है।
खबर यह भी है की चीन ने जनरल पाइवा को अगस्त में चीन के दौरे का निमंत्रण भी दिया है। इससे पहले भी ब्राजील के कुछ अधिकारियों ने चीन का दौरा कर ड्रैगन-50 समेत कुछ और हथियारों का निरीक्षण किया था। वैसे ही जनरल पाइवा भारत के रक्षा साधनों की क्षमता परीक्षण एक बार परीक्षण में देख चुके है, जिसमें स्वदेशी निर्मित अर्जुन टैंक, ध्रुव हेलीकॉप्टर का परीक्षण भी शामिल था।
आकाश सरफेस टू एयर मिसाइल की बात करें तो यह अन्य मिसाइलों से गतिशील और मज़बूत है। अंधाधुन्द फायरिंग के वातावरण में अपनी गति खोए बिना लगातार काम करता है। वो उसके पास 25 किलोंमीटर के रेंज में आने वाले हवाई हमले का सफलता से उत्तर देने के काबिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आकाश एक समय में 4 हवाई लक्ष्यों को उड़ा सकता है।
इस मिसाइल सिस्टम की मारक क्षमता, मजबूती, और तुलनात्मक कीमत में सहूलियत देखते हुए कई देश आकाश को अपनी सेना का भाग बनाने के लिए इच्छुक है। जिनमें वियतनाम और फिलीपींस जैसे देश भी शामिल है।
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