इसलिए सदन को तीन बार स्थगित किया गया। उसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में घोषणा की है कि दिशा सालियान के मामलों की जांच एसआईटी के जरिए की जाएगी। देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि मामला फिलहाल पुलिस के पास है और अगर किसी के पास कोई सबूत है तो उन्हें मुहैया कराना चाहिए।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दिशा सालियान की मौत के मामले में पुलिस के पास केस चल रहा है। एसआईटी के जरिए मामले की जांच की जाएगी। जिनके पास इसका प्रमाण है, वे इसे उपलब्ध कराएं। दिशा सालियान केस कभी सीबीआई के पास नहीं गया। सुशांत सिंह का केस सीबीआई के पास था। कोई नया सबूत आता है तो उसकी जांच की जाएगी।
विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा, दिशा सालियान इस बारे में ज्यादा बात करके जिंदा नहीं हैं और उन्हें बदनाम नहीं करना चाहतीं| हाथ जोड़कर विनती करते हैं उसके मां-बाप, अब जाने दो, बदनाम हो रही है दिशा। वह हमें छोड़कर चली गई हैं। अजित पवार ने कहा कि बस राजनीति मत करो। अगर आप दिशा सालियान की जांच करना चाहते हैं, तो पूजा चव्हाण की भी जांच करें। यदि आप पूछताछ करना चाहते हैं, तो सभी की पूछताछ की जा सकती है।
शिंदे गुट के आरोपों के बाद आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ने के आसार हैं। राहुल शेवाला के बयान के बाद शिंदे सरकार आक्रामक हो गई है, वह केंद्र से सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान आत्महत्या मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगेगी और महाराष्ट्र पुलिस द्वारा फिर से जांच किए जाने की संभावना है।
गोगावले ने सभागार में यह प्रश्न उठाते हुए कहा कि पूरे मामले की नए सिरे से जांच की जाएगी। दिशा सालियान की मौत का मुद्दा भरत गोगावले ने विधानसभा में उठाया था। मौत से पहले दिशा के साथ कौन था? कब सुलझेगी दिशा की मौत की गुत्थी ?
यह भी पढ़ें-
शिंदे के सांसद का आरोप रिया चक्रवर्ती को ठाकरे पिता-पुत्र ने किया 44 बार फोन!