महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले विवादित फतवा जारी करने वाले मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दिल्ली में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मौलाना सज्जाद नोमानी का महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय से कांग्रेस-सेना-राष्ट्रवादी गठबंधन को वोट देने का आग्रह करने वाला वीडियो वायरल हो गया।
नोमानी ने कहा कि उनका मानना है कि अगर बीजेपी महाराष्ट्र में हारती है तो केंद्र की भाजपा सरकार अस्थिर हो जाएगी। वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र सरकार ने दावा किया था कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां हार के डर से समाज को बांटने की कोशिश कर रही हैं। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि नोमानी ने फतवा जारी कर भाजपा से जुड़े मुस्लिम कार्यकर्ताओं का बहिष्कार करने और उनका हुक्कापानी बंद करने की बात की थी। इस विवादित फतवे का एक वीडियो भी जारी किया गया है।
धार्मिक नेता के बयान से राजनीतिक विवाद पैदा हो गया और पार्टियों में इस पर मतभेद हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सिद्दीकी ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर मौलाना नोमानी के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की है।शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि इस बयान से समाज में धार्मिक विवाद फैलने का खतरा है और उन्होंने अपील की है कि पुलिस तुरंत जरूरी कदम उठाए।
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सिद्दीकी ने कहा कि मौलाना के बयान के बाद बीजेपी से जुड़े मुस्लिम कार्यकर्ताओं का सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। उन्हें (मुसलमानों को) मस्जिदों में अपमान और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। मौलाना के बयान से प्रभावित होकर कई लोग सोशल मीडिया पर गालियां दे रहे हैं और अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं।