मोदी सरकार ऐलान कर चुकी है कि 2024 में अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शुक्रवार को राम मंदिर की तस्वीरों को शेयर किया। उनके अनुसार अब राम मंदिर दिव्य रूप में दिखने लगा है। मंदिर को आकार देने के लिए स्तंभों को लगाया गया है।
ट्रस्ट के महासचिव बताया कि इन स्तंभों को आपस में जोड़ा जारहा है इसके बाद राम मंदिर का आकार पूरी तरह से साफ़ हो जाएगा और स्पष्ट दिखाई देने लगे।इसके बाद एक एक पत्थर को जोड़कर हाथ बनाया जाएगा।बताया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के साथ परकोटे का भी काम जारी है। खबरों के अनुसार, राम मंदिर का गर्भगृह दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जायेगा। जबकि मंदिर के दूसरे तल का काम जोरशोर से जारी रहेगा।
श्री राम मंदिर निर्माण की प्रगति के छायाचित्र।
जय जय श्री राम। pic.twitter.com/n1AzMGZDom
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) February 10, 2023
बताया जाता है कि यहां भगवान शंकर, माता अन्नपूर्णा और बजरंग बली समेत कई मंदिर बनाये जाएंगे। वहीं, भगवान राम के ससुराल नेपाल से लाई गई शालिग्राम शिला का परीक्षण किया जा रहा है। कहा जा कहा जा रहा है कि इन शिलाओं के लाने के समय जिस तरह लोगों ने अगवानी और पूजा अर्चना की उससे भी ट्रस्ट पर श्रीराम और माता सीता की मूर्ति बनाने के लिए दबाव है।
इस संदर्भ में तीर्थ क्षेत्र के महासचिव ने कहा कि शालिग्राम वह पत्थर है जिसमें भगवान विष्णु का वास होता है, और लोग इसके पूजते हैं। इस पत्थर को नेपाल के गंडकी नदी से लाया गया है।हालांकि, इन शिलाओं के परीक्षण के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इसे खरीदा नहीं जा सकता। ऐसा भी कहा जा सकता है कि नेपाल ने इस पत्थर को एक तरह से दहेज़ के रूप में भारत को यह शालिग्राम शिलायें दी है।
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