मुंबई में कोरोना विस्फोटक रूप ले चुका है| प्रतिदिन 5 हजार से ज्यादा नए पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं|इसलिए हालात की गंभीरता को देखते हुए सावधानी के तौर पर निजी या सार्वजनिक जगहों में होली का उत्सव मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है| साथ ही ‘मी जबाबदार’ (मैं जिम्मेदार) की मुहिम के तहत व्यक्तिगत रूप से भी होली ना खेलने की सलाह दी गई है|जो भी इन नियमों का पालन नहीं करेगा, उस पर मुंबई महापालिका की तरफ से कार्रवाई किए जाने संकेत दिए गए है|मुंबई महापालिका की तरफ से इस संबंध में गाइडलाइंस भी जारी की गई हैं|
पुणे में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए होलिका दहन और रंग खेलने के लिए एक जगह इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगाया गया है| इसी तरह होटल, रिसॉर्ट, सार्वजनिक सभागृहों, सार्वजनिक या प्राइवेट खुली जगहों, सभी हाऊसिंग सोसाइटियों में होलिका दहन या होली खेलने पर पाबंदी लगाई गई है|
सिंधुदुर्ग जिले में होली खेलने की एक खास परंपरा है| इस परंपरा में जिले के कुछ लोग मिलकर घर-घर में भगवान की पालकी ले जाते हैं| लेकिन इस बार जिलाधिकारी के. मंजुलक्ष्मी ने कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं| इसके तहत उत्सव के लिए कुछ खास जगहों को निश्चित किया है, जहां 50 लोगों की उपस्थिति में उत्सव मनाने की अनुमति दी है|
इसी तरह मुंबई से सटे कल्याण-डोंबिवली इलाके में भी बढ़ते कोरोना को देखते हुए होली खेलने पर महापालिका की तरफ से प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसी तरह हाऊसिंग सोसाइटीज के परिसर में होली खेले जाने पर कोरोना के नियमों का ध्यान रखने के लिए 4 सदस्यों की टीम बनाने का निर्देश दिया गया है| नियमों का उल्लंघन किए जाने पर कार्रवाई की जाएगी|
लातूर में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखकर होली का उत्सव लोगों को घर पर ही मनाने की अपील की गयी है| जिलाधिकारी के आदेश से सार्वजनिक रूप से होलिका दहन या रंग खेलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है|
जलगांव की सार्वजनिक होली प्रसिद्ध है| इसलिए इस बार जलगाव में अगले तीन दिनों तक पूरे जिले में कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं|मंगलवार की रात 12 बजे तक ये प्रतिबंध लागू रहेंगे|
नागपुर में कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो चुका है| इस संकट को ध्यान में ऱखते हुए नागपुर में होली खेलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है| नागपुर में 31 मार्च तक कड़े प्रतिबंध पहले से ही कायम हैं| नागपुर में सार्वजनिक या निजी जगहों पर होलिका दहन, रंग खेलने और शब ए बारात मनाने पर बंदी रहेगी|
17 मार्च को होलिका दहन और 18 मार्च को रंगपंचमी के उत्सव को ध्यान में रखते हुए गडचिरोली के स्थानीय प्रशासन ने इन उत्सवों को सार्वजनिक स्थानों में मनाने पर पाबंदी लगा दी है| गडचिरोली विदर्भ के सर्वाधिक कोरोना से प्रभावित इलाकों में से एक है| इसलिए स्थानीय प्रशासन ने सावधानी के तौर पर यह आह्वान किया है|
इसी तरह नंदूरबार जिला भी कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में से एक है| इस बात को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से होलिका दहन और रंग खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया है| नंदूरबार जिले में काठी की राजवाडी होली और धडगाव तालुके की होली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है|
इसी तरह पनवेल में भी होली को देखते हुए नियम कड़े कर दिए गए हैं| स्थानीय प्रशासन की ओर से होलिका दहन, रंगपंचमी, गुड फ्राइडे, ईस्टर संडे जैसे सारे त्योहार सादगी से मनाने की अपील और आदेश जारी किए गए हैं|
इसी तरह मुंबई के साथ-साथ ठाणे में भी बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मीरा-भाइंदर महानगरपालिका ने भी होलिका दहन और रंगपंचमी को मनाने पर पाबंदी लगा दी है|महानगरपालिका आयुक्त दिलीप ढोले ने इस संबंध में अपना आदेश जारी कर दिया है|ये प्रतिबंध ना सिर्फ सार्वजनिक स्थलों में लागू होंगे बल्कि निजी हाऊंसिग सोसाइटीज और कॉम्प्लेक्सेस में भी सामूहिक होली खेलने पर प्रतिबंध लगाया गया है|
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