दीपावली का त्योहार भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है यह दिवाली बड़े ही हर्षोल्लास के साथ विदेशों में भी मनाई जाती है। भारत में इस बार दीपावली 24 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी। जिसके लिए बाजारें में खरीदारी शुरु हो चुकी है, तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। दीपावली पर पटाखे जलाकर जश्न मनाया जाता है। हालांकि दिवाली सिर्फ आतिशबाजी का त्योहार नहीं। यह पर्व है तन, मन और धन की समृद्धि हासिल करने का, एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटने का। वहीं विदेशों में इस पर्व को कुछ अलग ही अंदाज़ में मनाया जाता है। आइए जानें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कैसे मनाई जाती है दीपावली।
ग्रेट ब्रिटेन-आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है की भारत के अलावा दिवाली का सबसे बड़ा उल्लास यदि कहीं होता है तो वो है ब्रिटेन। ब्रिटेन के शहर लेस्टर में बहुत ही खूबसूरती से दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। वहां रहने वाले हिंदू, जैन और सिख समुदाय के लोग दीपावली को बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं और इनके साथ दूसरे धर्म के लोग भी एक दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं।
इंग्लैंड- जिस तरह भारत में पूरे जोश और उत्साह के साथ दीवाली मनाई जाती है उसी तरह लंदन में भी दीवाली पर बहुत बड़ा जश्न होता है। ये त्योहार अंग्रेज़ों को इतना ज्यादा पसंद है कि इंग्लैंड में इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं दीवाली पर भारत से भी ज्यादा उत्साह यहाँ देखने को मिलता है।
थाइलैंड- थाइलैंड में दिवाली को लाम क्रियोंघ के नाम से मनाया जाता है। केले की पत्तियों से बने दीपक और धूप को रात में जलाया जाता है। उसके साथ पैसा भी रखा जाता है। जलते हुए इस दीप को नदी के पानी में बहा देते हैं।
नेपाल- पांच दिन चलता है दीपोत्सव, पहले दिन गाय को चावल खिलाने की परंपरा, मान्यता है कि लक्ष्मी गाय पर सवार होकर आती हैं। दूसरे दिन कुत्तों को अलग-अलग पकवान खिलाने का चलन, भैरव की सवारी माने जाते हैं कुत्ते, तीसरे दिन होता है लक्ष्मी पूजन। लोग घरों के अंदर-बाहर मिट्टी के दीये जलाते हैं, पटाखे फोड़े जाते हैं, चौथे दिन यम पूजा होती है तो पांचवें दिन भैया दूज का व्रत।
ऑस्ट्रेलिया- मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर पर दिवाली की रात की आतिशबाजी का नजारा देखते ही बनता है। आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरने वाले पटाखे छोड़े जाते हैं, जो वायु-ध्वनि प्रदूषण नहीं फैलाते। भारतीय समुदाय के लोग एकजुट होकर नाच-गाने का लुत्फ उठाते हैंऔर एक-दूसरे को तोहफे देते हैं।
मॉरीशस- यहां 63 फीसदी भारतीय और 80 फीसदी हिंदू रहते हैं। यही वजह है कि यहां भी दीपावली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां की सबसे खास बात ये है कि इस देश के पास रामायण का अपना अलग संस्करण है, जिसके अनुसार यहां के लोग दीपावली मनाते हैं। मॉरीशस के लोगों का मानना है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नर्कासुरन नामक असुर का वध किया था, इसलिए वो दीपावली का त्योहार मनाते हैं।
श्रीलंका : श्रीलंका में दीपावली पर चीनी मिट्टी व मिश्री से बने खिलौनों की विशेष दुकानें सजती हैं। यहां मिश्री को ही मिठाई के रूप में इस्तेमाल करने की परम्परा है। घरों में मिट्टी के दीपक जलाकर रोशनी की जाती है। इस रात सफेद हाथियों को विशेष स्वर्णाभूषणों से सजाकर जुलूस निकाला जाता है जो इस पर्व का एक अभिन्न अंग है।
चीन : चीन में यह पर्व मनाने के लिए कई दिन पूर्व घरों की सफाई शुरू कर दी जाती है। मकानों के बाहर लाल कागज से बनी मानव आकृतियां चिपकाई या लटकाई जाती हैं। घरों में रंगीन कागजों से सजावट की जाती है। मान्यता है कि इस तरह से सजावट करने पर वर्ष भर अनिष्ट की आशंका नहीं रहती।
फिजी- फिजी में भी हिंदुओं की एक बड़ी आबादी रहती है। ऐसे में दिवाली के दिन इस देश के लोग एक साथ त्योहार मनाते हैं। सभी एक दूसरे को गिफ्ट्स देते हैं और अपने पूरे घर को सजाकर जगमगा देते हैं।
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