एक परिवार तभी सुखी रह सकता है जब उसमें किसी प्रकार की कलह न हो। हर कोई चाहता है कि उसका घर-परिवार सुख और प्रेम से रहे। कभी-कभी परिवार में अनबन होने लगती है और यही आगे चलकर विवाद की वजह बन जाती है। कुछ उपाय कर परिवार को सुखी रखा जा सकता है।
अगर परिवार में बच्चे बुरा व्यवहार करते हों या बड़ों का कहना न मानते हों तो उनके माथे पर केसर या हल्दी का तिलक लगाएं। भाइयों में अनबन रहती हो तो मीठी चीजों का दान करें। दूध में शहद डालकर दान करें। जीवनसाथी से नहीं बनती है तो गाय की सेवा करें। पिता-पुत्र में मतभेद रहता है तो पिता या पुत्र किसी को भी गुड़ और गेहूं का दान मंदिर में करना चाहिए। घर में सुबह कुछ देर भजन करें। मंगलवार व शनिवार को घर में सुंदरकांड का पाठ करें। मंगलवार को हनुमान मंदिर में चोला और सिंदूर चढ़ाएं। रविवार, शनिवार या मंगलवार को काले चने, काले वस्त्र, लोहा और सरसों के तेल का दान करें। परिवार की महिलाओं में अनबन रहती है तो महिलाएं आटे की चक्की मंदिर में दान करें। गुरुवार और रविवार को कंडे पर गुड़ और घी मिलाकर जलाएं इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। घर में कभी झाड़ू को खड़ा करके नहीं रखें, न ही कभी पैर लगाएं। घर में कोई भी खाने पीने की चीज लाते हैं तो सबसे पहले अपने ईष्ट देवता को भोग लगाएं। फिर परिवार के बड़े बुजुर्गों और बच्चों को दें। इसके बाद स्वयं ग्रहण करें। पहली रोटी गाय के लिए निकालें और उसे अपने हाथों से रोटी खिलाएं। ऐसा करने से परिवार में प्यार बढ़ता है और परिवार की कलह दूर होती है।