PM Modi ने पंचवटी से ही 11 दिन का विशेष अनुष्ठान क्यों शुरू किया,जाने

प्राण प्रतिष्ठा तक पीएम मोदी ब्रम्ह मुहूर्त में जागरण, पूजा पाठ, सामान्य आहार लेंगे।

PM Modi ने पंचवटी से ही 11 दिन का विशेष अनुष्ठान क्यों शुरू किया,जाने

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नासिक में कालाराम मंदिर में पूजा अर्चना कर 11 दिन के विशेष अनुष्ठान की शुरुआत की। पीएम मोदी रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए 11 दिन का अनुष्ठान करेंगे। पीएम मोदी ने अपने अनुष्ठान के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी है। यह मंदिर नासिक के पंचवटी क्षेत्र के गोदावरी नदी के किनारे स्थित है। पीएम मोदी का यहां आना और इस स्थान का भगवान राम से जुड़ाव का बड़ा महत्व है।

माना जाता है कि भगवान राम 14 साल वन में बिताये। इस दौरान उनके साथ माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पंचवटी में रुके थे और यही अपनी कुटी बनाये भी थे। पंचवटी का अर्थ पांच बरगद पेड़ों की भूमि को कहा जाता है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि बरगद के पांच पेड़ों की भूमि बहुत ही शुभ होती है। इसी कारण भगवान राम ने पंचवटी में अपनी कुटिया बनाई थी और माता सीता और लक्ष्मण के साथ यहां निवास किये थे।

अब पीएम मोदी ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा के 11 दिन पहले पंचवटी से पूजा अर्चना कर अनुष्ठान की शुरुआत की है। जिसका बड़ा ही महत्व रखता है। क्योंकि पंचवटी का भगवान राम के जीवन में बहुत बड़ा महत्व है। पीएम मोदी नासिक दौरे से पहले शुक्रवार को एक्स मीडिया पर एक पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा” अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मै भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधत्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मै आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मै आप सभी जनता जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है …. ”

गौरतलब है कि, शास्त्रों के अनुसार किसी भी देवी देवता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए विशेष अनुष्ठान किया जाता है। इसके लिये कुछ विशिष्ठ नियम है जिसे प्राण प्रतिष्ठा से पहले पालन करना जरुरी होता है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम का मुख्य यजमान बनाया है। यानी पीएम मोदी ही प्राण प्रतिष्ठा की सभी विधि विधान में शामिल रहेंगे। उन्होंने अपने व्यस्त कार्योक्रमों के बावजूद इस रीति रिवाजों को निभाने का फैसला किया है। प्राण प्रतिष्ठा तक पीएम मोदी ब्रम्ह मुहूर्त में जागरण, पूजा पाठ, सामान्य आहार लेंगे। इसके साथ ही कई और विधि विधानों का पालन करेंगे।

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