नवरात्र के पहले दिन से खुलेगा शिरडी का साईं मंदिर, ये हैं गाइडलाइन

नवरात्र के पहले दिन से खुलेगा शिरडी का साईं मंदिर, ये हैं गाइडलाइन

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मुंबई। कोरोना काल में बंद धार्मिक स्थलों को दोबारा खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है। देश में लगातार कोरोना संक्रमण की संख्या में गिरावट आने से लोगों उत्साह जगा। 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र के पहले दिन से साईं मंदिर को खोल दिया जाएगा। वहीं , श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने मंदिर आने वाले भक्तों के लिए गाइडलाइन जारी किया है। जिन्हे हर भक्त को पालन करना अनिवार्य है।
15,000 भक्तों को दर्शन की इजाजत: मालूम हो कि देश में कोरोना की पहली लहर के शुरू होने के बाद 17 मार्च 2020 से ही शिरडी का साईं मंदिर भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था। तकरीबन नौ महीने तक इस मंदिर को बंद रखने के बाद 16 नवंबर 2020 को इसे दोबारा खोला गया था। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में इस साल के अप्रैल महीने में इसे दोबारा बंद कर दिया गया था। श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट के प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि भक्तों को दर्शन करने के लिए ऑनलाइन पास जारी किए जाएंगे। रोजाना करीब 15,000 भक्तों को मंदिर में दर्शन करने की इजाजत दी जाएगी। प्रबंधन के अनुसार, 10 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं, जिनकी तबियत खराब है, 65 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक और बिना मास्क लगाए लोगों को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, मंदिर का प्रसाद काउंटर बंद रखा जाएगा।
यह है गाइडलाइन: शिरडी साई बाबा मंदिर में हर दिन ज्यादा से ज्यादा 15,000 भक्तों को दर्शन करने अनुमति दी जाएगी। मंदिर प्रशासन की ओर से भक्तों के लिए 7 अक्टूबर से 5,000 पेड पास, 5,000 ऑनलाइन पास और 5,000 ऑफलाइन पास की सुविधा मुहैया कराई गई है। किसी भी समय 1,150 से अधिक भक्तों को मंदिर परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आरती के दौरान अधिक से अधिक 90 लोगों को अंदर जाने की अनुमति होगी। मंदिर प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश करने के लिए गेट नं. 2 को निर्धारित किया है। जबकि गेट नंबर 4 और 5 से बाहर निकलने की सुविधा दी गई है। ध्यान मंदिर और परायण कक्ष बंद रहेंगे।
इन्हें मिलेगी अनुमति: बता दें कि महाराष्ट्र में गुरुवार से कई बड़े मंदिरों के पट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।  इनमें साईं मंदिर के साथ मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर मुंबा देवी मंदिर, शनि शिगनापुर मंदिर आदि शामिल हैं। हालांकि  मंदिर में उन्ही को प्रवेश मिलेंगे जो कोरोना की दोनों डोज ले चुके हैं या जो डोज नहीं लिए उन्हें कोविड -19 का नेगेटिव प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
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