सावन माह आते ही शिवालयों भक्तों की कतार लगने लगी है। चारो ओर शिवालयों में ॐ नमः शिवाय की गूंज दे रही है। आज सावन का पहला सोमवार है। शिवालयों में भक्त की भीड़ जमा है। लोग पूजा कर व्रत रखते हैं। लेकिन इस दौरान भक्तों को कुछ चीजों पर ध्यान देना चाहिए। पूजा सामग्रियों में कुछ चीजों के भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है।
भगवान शिव के लिए पूजा सामग्री में बेल पत्र, सफ़ेद चंदन, धतूरा, कलावा,गंगाजल, फूलों की माला, कुछ फल, दूध और दही, इत्र , इलायची, लौंग और सुपारी, पान,धूप दीया शामिल है। इतना ही नहीं सही सामग्री के साथ भगवान शिव की भी पूजा विधि विधान से करना जरुरी है। सुबह जग कर स्न्नान करें हुए साफ कपडे पहनकर व्रत का संकल्प ले।
इसके बाद भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद भगवान का दूध ,दही और शहद से अभिषेक करें। इस दौरान भगवान शिव का जाप करना न भूलें। उसके बाद चंदन भस्म से तिलक करें। फिर फूल माला और बेलपत्र चढ़ाएं। इसके बाद भोलेनाथ को फल आदि का भोग लगाएं। और शुद्ध घी से दीया जलाएं साथ आरती करें। मान्यता है कि सावन में भगवान शिव पूजा करने से अकाल मृत्यु और बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
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