हमारे वेद-पुराण ज्ञानों का खजाना हैं। भारत की विरासत ज्ञान से समृद्ध है। कई ऐसे महापुरुष हुए हैं जिनकी नीति और बातें आज भी हमारे लिए हर समय उपयोगी होती हैं।विदुर जी की नीतियां चाणक्य नीति की तरह आज भी प्रासंगिक हैं। महाभारत में विदुर की बुद्धिमत्ता के कायल सभी थे। विदुर ने हस्तिनापुर के हित में कई अहम फैसले लिए थे। आज हम महाराज विदुर की नीतियों के बारे में बता रहे हैं जो हमारे जीवन की कई समस्याओं को दूर करने सहायता करेगी। हम ऐसे लोगों के बारे में बताएंगे कर्ज तो लेते हैं ,लेकिन कर्ज चुकाने में आनाकानी करते हैं। ऐसे लोगों के बारे में महात्मा विदुर ने बताया है कि किन लोगों को पैसे देना चाहिए किसे नहीं।
महात्मा विदुर कहते हैं कि जो व्यक्ति आलस से भरा हो, उसे कर्ज कभी नहीं देना चाहिए। विदुर जी कहते हैं कि आलसी व्यक्ति को पैसे उधार देने से खुद का ही नुकसान होता है। क्योंकि आलसी दूसरों पर आश्रित होते हैं और खुद कोई काम नहीं करते हैं। ऐसे में इस तरह के व्यक्ति को कर्ज देने से बचना चाहिए। गलत कामों में संलिप्त रहने वालों से बचें- विदुर जी के अनुसार, गलत कामों में लिप्त रहने वालों को पैसे उधार देने से बचना चाहिए। ऐसे लोगों का साथ गलत रास्ते पर चलने वालों के साथ होता है। इन्हें कर्ज देने से बचना चाहिए। जिस भरोसा न हो- विदुर जी कहते हैं कि जिन लोगों पर विश्वास न हों उन्हें पैसे कभी उधार नहीं देने चाहिए। ऐसे लोगों का धन उधार देने पर नुकसान उठाना पड़ता है। ये लोग कर्ज लेकर पैसों को कही फंसा देते हैं। ऐसे में जिन लोगों पर भरोसा नहीं हो उन्हें पैसे उधार देने से बचना चाहिए।