भारत ने 22 वें कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार को अपना सिल्वर मेडल जीतकर अपना खाता खोला। यह प्रतियोगिता इंग्लैंड के बर्मिंघम में हो रही है। भारत को यह पहला मेडल स्टार वेटलिफ्टर संकेत महादेव सरगर ने जीता। बताया जा रहा है कि संकेत गोल्ड भी जीत सकते थे लेकिन फाइनल के दूसरे अटेम्प्ट में उन्हें चोट लग गई। जिसकी वजह से संकेत गोल्ड मेडल से चूक गए।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन संकेत ने 55 किलो भार वर्ग में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कुल 248 किलो भार उठाते हुए यह कारनामा अपने नाम किया। जबकि मलेशिया के अनीक ने इस प्रतियोगिता में 249 किलो भार उठाया और वे गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा जमाया। गौरतलब है कि संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले है। संकेत ने 22 वें कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल पर कब्ज़ा ही नहीं जमाया बल्कि उन्होंने लोगों को अपना मुरीद भी कर लिया।
संकेत राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार जीत चुके है। वे 55 किलो भार में भारत का वेटलिफ्टिंग में प्रतिनिधित्व करते हैं। संकेत महादेव के पिता पान की दुकान चलाते हैं। उन्होंने मीडिया को बताया था कि अगर वे गोल्ड मेडल जीत जाते हैं तो वह अपने पिता को आराम देंगे। उन्होंने बताया था कि उनके पिता उनके लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन वे अब उन्हें आराम देना चाहते हैं। मालूम हो कि संकेत महादेव कोल्हापुर छत्रपति शिवाजी यूनिवर्सिटी के इतिहास के छात्र हैं। उनको बचपन से वेटलिफ्टिंग से लगाव है।
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