देवेन्द्र फडणवीस ने नीरज चोपड़ा का कविता के जरिए इस तरह किया गुणगान

देवेन्द्र फडणवीस ने नीरज चोपड़ा का कविता के जरिए इस तरह किया गुणगान

टोक्यो। सभी की जुबान पर नीरज चोपड़ा का नाम है और उनसे जुड़ी कहानियों के चर्चे हर चौराहे पर हो रहे हैं। इस बीच उनके बारे में कई रोचक बातें भी निकलकर सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक कहानी इतिहास से जुड़ी हुई है। इसका जिक्र महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी किया है। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से बताया है कि नीरज चोपड़ा के पूर्वज मराठा थे। देवेन्द्र फडणवीस ने नीरज चोपड़ा की तारीफ में कविता लिखते हुए उनका गुणगान किया है और उनका इतिहास बताने की भी कोशिश की है। उन्होंने अपनी कविता में यह भी बताया है कि पानीपत के युद्ध से उनका क्या रिश्ता है। फडणवीस ने यह कविता अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है।

कुछ सदियों पहले, जब पानीपत का तीसरा युद्ध लड़ा जा रहा था। उस समय नीरज के पूर्वज मराठाओं के राज्य में रहते थे। इस दौरान बालाजी बाजी राव पेशवों के शासक थे। उनकी तलवार के चर्चे तो आपने पहले भी सुने होंगी। यही खास तलवार लाने के लिए नीरज के पूर्वज मराठा साम्राज्य से हरियाणा आए थे। बाद में वो यहीं जाटों की भूमि में बस गए। नीरज चोपड़ा भी उन्हीं के वंशजों में से एक हैं, जो मराठा विरासत को आधुनिक तरीके से आगे ले जा रहे हैं। नीरज ने भले ही कोई युद्ध न लड़ा हो पर उन्होंने अपने भाले के दम पर दुनिया जीत ली है।

ये भाला तो वीर शिवा का और रणभेदी राणा का है,

भारत मां का सपूत नीरज बेटा तो हरियाणा का है।

आज तिरंगा ऊंचा चढ़ते देख सीना चौड़ा है,

और राष्ट्रगान की धुन पर अपना लहू रगों में दौड़ा है।

याद करें जिस युद्ध ने बरसों गहरा घाव छोड़ा है,

उसी पानीपत के छोरे ने आज इतिहास को मोड़ा है।

 

 

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