सनराइजर्स हैदराबाद पर 80 रनों की बड़ी जीत के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर ने टीम की बल्लेबाजी रणनीति और ‘आक्रामकता’ को लेकर एक नया नजरिया पेश किया। अय्यर का कहना है कि हर गेंद पर छक्का लगाने को ही आक्रामकता समझना गलत है, असली आक्रामकता है — हर गेंद पर इरादा और परिस्थिति के अनुसार सही फैसला।
गुरुवार(3 अप्रैल) को ईडन गार्डन्स में खेले गए मुकाबले में वेंकटेश अय्यर ने केवल 29 गेंदों में 60 रनों की तेज-तर्रार पारी खेली, जिसमें सात चौके और तीन छक्के शामिल रहे। उनकी इस पारी ने केकेआर को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे टीम ने पिछले सीजन की उपविजेता SRH को इस बार एकतरफा मात दी।
“आक्रामकता का मतलब समझदारी से खेलना है”:
मैच के बाद अय्यर ने कहा, “हमारे लिए आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर बाउंड्री मारना नहीं है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप खेल को कैसे पढ़ते हैं और परिस्थिति को कैसे अपने पक्ष में लाते हैं। अगर स्कोर 50/6 है, तो आपको स्मार्ट क्रिकेटर बनकर खेल को बचाने की जरूरत है, न कि सिर्फ शॉट लगाने की।”
उन्होंने बताया कि कप्तान अजिंक्य रहाणे और युवा बल्लेबाज़ अंगकृष रघुवंशी ने भी उन्हें बैकअप दिया और टाइमआउट के दौरान पिच के बारे में अहम जानकारी दी। “यह पिच आसान नहीं थी। टाइमआउट के दौरान कप्तान रहाणे ने कहा कि आपको अपनी आंख जमने देनी होगी। यही सलाह काम आई,” अय्यर ने कहा।
अय्यर ने अपनी पारी के दौरान टीम के मध्यक्रम की ताकत पर भरोसा जताते हुए कहा, “मुझे पता था कि मेरे बाद रमनदीप सिंह और आंद्रे रसेल जैसे विस्फोटक बल्लेबाज हैं। इसलिए मुझे अगर कुछ गेंदों पर सेट होने की जरूरत है, तो टीम के पास उन्हें कवर करने की क्षमता है।”
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि केकेआर के बल्लेबाज़ किसी भी गेंदबाज़ की रणनीति को तोड़ सकते हैं, और यही टीम की असली ताकत है।
इस जीत के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने अभियान को मजबूती दी है। जहां रहाणे ने 38 और अंगकृष रघुवंशी ने 50 रन बनाए, वहीं डेथ ओवर्स में अय्यर और रिंकू सिंह की जोड़ी ने विपक्षी गेंदबाजों पर कहर ढाया।
IPL 2025 में अब तक केकेआर की रणनीति स्पष्ट है — स्मार्ट एग्रेसन, गहरी बल्लेबाजी और सामूहिक प्रदर्शन। अय्यर की सोच इस नई पीढ़ी की टी20 क्रिकेट को परिभाषित करती है, जहां सोच और इरादा शॉट से ज्यादा अहमियत रखते हैं।
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