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Thursday, September 19, 2024
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पैरालंपिक: अब सुमित ने झटका गोल्ड, एक एक्सीडेंट ने ऐसे बदली जिंदगी!

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नई दिल्ली। भारत का टोक्यो पैरालंपिक में शानदार खेल जारी है। सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो के एफ -64 ग्रुप में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ यह स्वर्ण पदक जीता है। बता दें कि भारत का यह दूसरा पदक है। सुमित से पहले शूटिंग में अवनि ने गोल्ड जीत चुकी हैं। भारत ने अब तक तक कुल सात मेडल जीत चुका है जिसमें 2 गोल्ड, 4 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

सुमित ने यहां एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन बार अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा। इस इवेंट में हर खिलाड़ी को छह अटेंप्ट दिए जाते हैं। सुमित ने पहले थ्रो में 66.95 मीटर की दूरी पर जैवलिन फेंका। इस थ्रो के साथ ही उन्होंने 2019 में दुबई में बनाए अपने वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा। दूसरे थ्रो में उन्होंने 68.08 मीटर के थ्रो के साथ नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। तीसरे और चौथे अटेंप्ट के थ्रो वर्ल्ड रिकॉर्ड से कम रहे। पांचवें अटेंप्ट में 68.55 मीटर के थ्रो के साथ उन्होंने दिन में तीसरी बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। सुमित हमेशा से रेसलर बनना चाहते थे। हालांकि एक हादसे ने उनका रेसलर बनने का सपना तोड़ दिया। योगेश्वर दत्त को अपनी प्रेरणा मानने वाले अंतिल का साल 2015 में रोड एक्सीडेंट हुआ था। वह बाइक से रोड पर जा रहे थे तभी एक ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी थी। वह अपनी बाइक से गिर गए थे और ट्रैक्टर उनके पैर पर चढ़ गया था। इस कारण उनका पैर पूरी तरह टूट गया और डॉक्टर भी उसे बचा नहीं पाए।
2️⃣ WORLD RECORD THROWS! 🤯#IND‘s Sumit Antil breaks the WR with a 66.95m throw and then breaks it again with 68.08m attempt in the Men’s Javelin F64 final! 🔥
It’s not everyday that you break your own record. 🙌#Paralympics #Tokyo2020 #ParaAthletics
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 30, 2021
सुमित अंतिल मजबूर बनकर नहीं रहना चाहते थे। द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित कोच नवल सिंह से जैवलिन थ्रो का गुर सीखने के बाद सुमित ने साल 2018 में एशियन चैंपियनशिप में हिस्सा लिया, लेकिन 5वीं रैंक ही प्राप्त कर सका।हालांकि सुमित ने अपने इरादे को पक्का कर तैयारी जारी रखी और 2019 में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीतकर अपना इरादा जाता दिया था। इस जीत के साथ ही सुमित अंतिल ने पैरालंपिक के लिया क्वालीफाई किया गोल्ड जीत कर भारत की की झोली में एक और ख़ुशी डाल दी।

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