नई दिल्ली।टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने 69 किलो भार में चीन की बॉक्सर नियेन चिन चेन को क्वार्टर फाइनल में 4-1 से हरा दिया। लवलीना ने सेमी फाइनल में जगह बनाने के साथ ही दूसरा मेडल भी पक्का कर लिया है। बता दें कि लवलीना सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय बॉक्सर हैं।
लवलीना वेल्टरवेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में नियेन चिन पर पूरी तरह से हावी नजर आईं और उनको मैच में वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। लवलीना का सेमीफाइनल में मुकाबला मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन तुर्की की बुसानेज सुरमेनेली से होगा, जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में अन्ना लिसेंको को मात देकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया है। दो बार विश्व चैंपियनशिप की ब्रॉन्ज मेडल विजेता लवलीना ने जबरदस्त संयम का प्रदर्शन करते हुए उस विरोधी को हराया जिससे वह पहले हार चुकी है।
आक्रामक शुरुआत के बाद उन्होंने आखिरी तीन मिनटों में अपना डिफेंस भी नियंत्रित रखा और जवाबी हमलों में भी कोई चूक नहीं की। पिछले साल कोरोना संक्रमण की शिकार हुई लवलीना यूरोप में प्रैक्टिस दौरे पर नहीं जा सकी थी। रैफरी ने जैसे ही विजेता के रूप में उनका हाथ उठाया, वह खुशी के मारे जोर से चीख पड़ी। भारत को इससे पहले ओलंपिक मुक्केबाजी में विजेंदर सिहं (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) ने कांस्य पदक दिलाए थे। इससे पहले सिमरनजीत कौर (60 किलो) ओलंपिक खेलों में डेब्यू के साथ ही प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी से हारकर बाहर हो गईं।